दूसरी बार मुख्यमंत्री का पदभार संभालते ही मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने राज्य के पहले हवाई अड्डे हिसार को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने की कवायद तेज की।
Citymirrorsप्रदेश के लगातार दूसरी बार मुख्यमंत्री का पदभार संभालते ही हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने राज्य के पहले हवाई अड्डे हिसार को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने की कवायद तेज कर दी है और इस कडी में आज उन्होंने नई दिल्ली में केंद्रीय रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह से मुलाकात की तथा इस मुद्दे पर विस्तार से चर्चा की।
बातचीत के दौरान मुख्यमंत्री ने रक्षामंत्री को अवगत करवाया कि दिल्ली आई जी आई हवाई अड्डे पर वायु यातायात के दबाव को कम करने के लिए हिसार का हवाई अड्डा एक उपयुक्त स्थल है। इसके अलावा, मुख्यमंत्री ने इस बात की भी जानकारी दी कि तत्कालीन रक्षामंत्री व प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखे गये थे जिनमें हिसार हवाई अड्डे पर वायु सेना व सेना के विमानों और हेलिकॉप्टरों की सर्विस के लिए हिन्दुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) का मेंटेनेंस, रिपेयर और ऑवरहॉल (एमआरओ) हब स्थापित करने का अनुरोध हरियाणा सरकार की ओर से किया गया था।गौरतलब है कि हिसार में लगभग 3 हजार एकड़ सरकारी भूमि उपलब्ध है। इसके अलावा, हिसार दिल्ली से लगभग 160 किलोमीटर की दूरी पर है और राष्ट्रीय राजमार्ग 10 के माध्यम से राष्ट्रीय राजधानी से जुड़ा हुआ है।
मुख्यमंत्री ने रक्षा उत्पादों का उद्योग भी हरियाणा में स्थापित करने की चर्चा रक्षा मंत्री से की। मुख्यमंत्री ने केंद्रीय रक्षा मंत्री से आईएमटी, रोहतक में बुलेट प्रूफ जैकेट बनाने से संबंधित प्रतिरक्षा परियोजना को भी शीघ्र पूरा करवाने का आग्रह किया।
मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने मुलाकात के दौरान केंद्रीय रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह से कहा कि हिसार हवाई अड्डे के निकट एक स्पेशल अलॉय प्लांट स्थापित करने और वायु सेना के गुरुग्राम स्थित आयुध डिपो, के चारों तरफ 300 मीटर क्षेत्र तथा फरीदाबाद में तिगांव के चारों ओर 100 मीटर के संरक्षित क्षेत्र के मुद्दों पर भी चर्चा की। उन्होंने इस क्षेत्र में बसे हुए घरो के लिए कानून पर आधारित व्यवाहरित दृष्टिकोण से समाधान करने पर भी चर्चा की।