गवर्नमेंट स्कूल में मिड-डे मील में सांप का बच्चा निकलने से सनसनी फैल गई।
CITYMIRRORS-NEWS-एनआइटी-2 स्थित राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय के मिड-डे मील में बृहस्पतिवार को सांप का बच्चा निकलने से सनसनी फैल गई। इसके बाद बच्चों को खाना खाने से रोकने दिया गया। घटना की जानकारी मिलने के बाद उपायुक्त समीरपाल सरो ने किचन का निरीक्षण करने के लिए तहसीलदार फरीदाबाद की अध्यक्षता में पांच सदस्यीय समिति का गठन कर शीघ्रता से रिपोर्ट देने को कहा है। खाना नहीं बंटने के कारण बच्चों को भूखा नहीं रहना पड़े इसलिए स्कूलों की जल्द छुट्टी कर दी गई। उपायुक्त ने बताया कि इस्कॉन संस्था द्वारा रोजाना जिले के लगभग 371 स्कूलों में लगभग 16 हजार बच्चों को मिड-डे-मील की सुविधा प्रदान की जाती है। जब यह घटना सामने आई तो नियमानुसार भोजन को टेस्ट करने वाली दो शिक्षिकाओं सहित स्कूल की 6 छात्राएं भोजन शुरू कर चुकी थीं जबकि सातवीं छात्रा की प्लेट में भोजन परोसते ही प्लेट में सांप का बच्चा दिखा। इसके तुरंत बाद ही जिले के सभी 371 स्कूलों को सूचना देकर भोजन परोसने से रोक दिया
गया। भोजन का सैंपल चंडीगढ़ प्रयोगशाला में भिजवाया गया है। उक्त सभी शिक्षिकाओं व छात्राओं को जिला सिविल सर्जन की निगरानी में सामान्य बीके अस्पताल में आवश्यक परीक्षण के बाद उनके अभिभावकों के अनुरोध पर घर भेज दिया गया। एनआइटी-2 स्थित राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में इस्कॉन संस्था की तरफ से मिड-डे मील सप्लाई किया जाता है। बृहस्पतिवार को खिचड़ी बनाई गई थी। दोपहर 11 बजे इस्कॉन की तरफ से खाना पहुंचाया गया। इसके बाद स्कूल की मिड-डे मील वर्करों ने बच्चों को खाना परोसना शुरू किया था, तभी खाना परोसते समय पास खड़े शिक्षकों की नजर खिचड़ी में पड़े सांप के बच्चे पर पड़ गई। इसके बाद सभी छात्राओं को खाना खाने से रोक दिया
गया। स्कूल प्रबंधन ने इसकी सूचना तुरंत शिक्षा अधिकारी डॉ. मनोज कौशिक को दी। जिला शिक्षा अधिकारी डॉ. मनोज कौशिक फौरन मौके पर पहुंचीं और उन्होंने खाने को जांच के लिए चंडीगढ़ की प्रयोगशाला भिजवाया। वहीं एनआइटी-2 कोतवाली से सहायक सबइंस्पेक्टर वीरेंद्र कुमार ने भी स्कूल पहुंचकर मामले की जानकारी ली, हालांकि स्टाफ की तरफ से पुलिस को कोई शिकायत नहीं दी गई।