उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने जिला लोक संपर्क एवं परिवेदना समिति की बैठक में एक युवा विकलांग को दी नौकरी।
Citymirrors-news-ग्रीवांस रिड्रेसल कमिटी की मीटिंग के दौरान डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला एक दिव्यांग फरियादी को नौकरी देकर चले गए। उन्होंने जीएम रोडवेज को निर्देश दिए की फरियादी कौशलेंद्र को बस अड्डे के पूछताछ केंद्र पर नौकरी
पर रखा जाए ताकि वो अपने परिवार की गुजरबसर कर सके।
ग्रीवांस रिड्रेसल कमिटी की मीटिंग में आए परिवादों को सुनने के बाद डिप्टी सीएम अन्य लोगों की समस्याएं सुन रहे थे। इस दौरान पर्वतीय काॅलोनी निवासी कौशलेंद्र अपनी समस्या लेकर डिप्टी सीएम के सामने पहुंचे। कौशलेंद्र ने कहा कि मैं दिव्यांग हूं और कहीं भी कोई नौकरी नहीं मिल रही है, जिससे काफी दिक्कत हो रही है। इसलिए मुझे किसी तहसील व सबडिविजन कार्यालय में बूथ दिला दिया जाए, जहां पर वह फोटोस्टेट आदि से संबंधित कोई काम कर सके। इस पर डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने पूछा कि क्या
तुम्हें कंप्यूटर ऑपरेट करने की जानकारी है। कौशलेंद्र ने बताया कि उसे कंप्यूटर की बेसिक जानकारी है। डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने मौके पर ही जीएम रोडवेज भारत भूषण गोगिया को कहा कि वह कौशलेंद्र को बस अड्डे पर पूछताछ केंद्र पर लगा दें। नौकरी मिलने के बाद कौशलेंद्र ने कहा कि वो बहुत खुश हैं। वह को किसी जगह पर बूथ दिलाने की मांग लेकर डिप्टी सीएम के दरवार में आए थे, लेकिन डिप्टी सीएम ने उन्हें रोडवेज बस अड्डे पर नौकरी
ही दिलवा दी। उन्होंने कहा कि इससे लिए वह डिप्टी सीएम के बहुत आभारी हैं। काफी प्रयास करने के बाद भी उन्हें कोई रोजगार नहीं मिल पा रहा था, जिससे वो काफी परेशान थे। साथ ही परिवार का पोषण करने में दिक्कतें आ रही थी। डिप्टी सीएम की महरवानी से उन्हें नौकरी मिल गई है, तो उनका भविष्य सुधर जाएगा।
पर रखा जाए ताकि वो अपने परिवार की गुजरबसर कर सके।
ग्रीवांस रिड्रेसल कमिटी की मीटिंग में आए परिवादों को सुनने के बाद डिप्टी सीएम अन्य लोगों की समस्याएं सुन रहे थे। इस दौरान पर्वतीय काॅलोनी निवासी कौशलेंद्र अपनी समस्या लेकर डिप्टी सीएम के सामने पहुंचे। कौशलेंद्र ने कहा कि मैं दिव्यांग हूं और कहीं भी कोई नौकरी नहीं मिल रही है, जिससे काफी दिक्कत हो रही है। इसलिए मुझे किसी तहसील व सबडिविजन कार्यालय में बूथ दिला दिया जाए, जहां पर वह फोटोस्टेट आदि से संबंधित कोई काम कर सके। इस पर डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने पूछा कि क्या
तुम्हें कंप्यूटर ऑपरेट करने की जानकारी है। कौशलेंद्र ने बताया कि उसे कंप्यूटर की बेसिक जानकारी है। डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने मौके पर ही जीएम रोडवेज भारत भूषण गोगिया को कहा कि वह कौशलेंद्र को बस अड्डे पर पूछताछ केंद्र पर लगा दें। नौकरी मिलने के बाद कौशलेंद्र ने कहा कि वो बहुत खुश हैं। वह को किसी जगह पर बूथ दिलाने की मांग लेकर डिप्टी सीएम के दरवार में आए थे, लेकिन डिप्टी सीएम ने उन्हें रोडवेज बस अड्डे पर नौकरी
ही दिलवा दी। उन्होंने कहा कि इससे लिए वह डिप्टी सीएम के बहुत आभारी हैं। काफी प्रयास करने के बाद भी उन्हें कोई रोजगार नहीं मिल पा रहा था, जिससे वो काफी परेशान थे। साथ ही परिवार का पोषण करने में दिक्कतें आ रही थी। डिप्टी सीएम की महरवानी से उन्हें नौकरी मिल गई है, तो उनका भविष्य सुधर जाएगा।