सेक्टर 28-29 मोड़ पर हजारों गैलन पानी सड़कों पर बह कर बर्बाद होता रहा, अधिकारियों और पार्षदों को पता भी न चला। देखे वीडियों
Citymirrors-news-मंगलवार की रात जिस तरह से सेक्टर 28-29 मोड़ पर हजारों गैलन पानी सड़कों पर बह कर बर्बाद हो गया अगर नगर निगम के पास स्काडा सिस्टम होता तो ये हजारों गैलन पानी बर्बाद होने से बच सकता था। मंगलवार की रात रेनीवेल की लाइन से पानी लीकेज शुरू हुआ तो पूरी रात बहता रहा। स्थानीय लोगों ने नगर निगम अधिकारियों व पार्षदों को संपर्क करने की कोशिश की लेकिन किसी से संपर्क नहीं हो पाया। बुधवार तड़के जब इस बारे में नगर निगम को पता चला तो अधिकारियों ने मौके पर पहुंच कर लीकेज को ठीक किया। पिछले कई दिनों से अलग अलग जगहों पर रेनीवेल की लाइन लीकेज की सूचना नगर निगम को देरी से मिल रही है। 28,29 की मोड़ पर तीन दिन पहले भी रेनीवेल की पाइप लाइन लीकेज होने के कारण काफी पानी बह गया था। मंगलवार की शाम को भी एक बार फिर रेनीवेल की पाइप लाइन लीकेज हो गईं। आस पास के रहने वाले कई लोगो ने पार्षद देवेन्द्र चौधरी से संपर्क करना चाह लेकिन पार्षद साहब ने फ़ोन नही उठाया। कई लोगो ने अधिकारियों से भी संपर्क करना चाहा लेकिन किसी ने भी फ़ोन पिक नही किया। इस समय ठंड के मौसम में सभी इलाकों में पानी पर्याप्त मिल रहा है लेकिन सबसे ज्यादा दिक्कत गर्मियों के दिनों में होती है। सेक्टर 28 -29 डिवाइडिंग रोड की बात करें तो यहां से रेनीवेल की लाइन गुजर रही है। जमीन के अंदर से अचानक पानी लीक होने लगा और सड़कों पर जमा हो गया। लोगों को पता नहीं चला कि ये पानी आखिरकार कहां से आ रहा है। और जब पता चला तो किसी ने फ़ोन नही उठाया। रात 10 बजे के बाद तो पानी ज्यादा बहने लगा, तकरीबन हजारों गैलन पानी सड़कों पर बहता रहा। स्थानीय निवासी राकेश, सुंदर, विक्रांत, विवेक ने बताया कि हमने इसकी सूचना नगर निगम कार्यालय में फोन करके देनी चाही लेकिन वहां पर किसी ने फोन नहीं उठाया। अंत में सुबह नगर निगम अधिकारियों को इसके बारे में सूचना मिली तो उन्होंने लीकेज को ठीक कर दिया। नगर निगम जेई मनोज ने बताया कि पानी की लीकेज के बारे में पता चला था। अब वह पूरी तरह से ठीक कर दिया गया है।