मध्यप्रदेश के दमोह में जल्दबाजी में 4 कॉलेज में गांधी स्तंभ बनवाए, सबके चेहरे अलग; किसी प्रतिमा के कान बड़े तो किसी में मूछें लगाईं।
Citymirrors-news-मध्य प्रदेश के दमोह में प्रशासन ने गजब कारनामा कर दिखाया है। और यह कारनामा आजकल सरकार पर सवाल उठा रहा है। मध्यप्रदेश में कांग्रेस की सरकार है। सीएम कमलनाथ के आदेश पर उच्च शिक्षा विभाग ने 26 जनवरी तक दमोह के सभी कॉलेजों मैं महात्मा गांधी की मूर्ति स्थापित करने का आदेश जारी किया था। ऐसे में मध्यप्रदेश के सभी कॉलेजों में बापू महात्मा गांधी के स्तब्ध लगाने का काम आनन फानन में शुरु हो गया। और जब यह बनकर तैयार हुआ तो कई जगहों पर महात्मा गांधी का स्वरूप अलग अलग दिखाई दिया। कई जगहों पर कॉलेज के बच्चे समझ ही नही पाएं की यें कौन से महापुरुष की मूर्ति है। छात्र-छात्राएं और आम लोग इन्हें देखकर चौंक रहे हैं, प्रतिमाएं राष्ट्रपिता के चेहरे से मेल नहीं खा रही हैं गौरतलब है कि कांग्रेस की सरकार मध्यप्रदेश प्रदेश में 15 सालों के बाद आई है। जिसके कारण अपने वर्चस्व और देशभक्ति की भावना और बीजेपी को जवाब देने के लिये ऐसे काम करने में आगे है। ऐसे में जब कांग्रेस सरकार ने आदेश दिये तो मध्य प्रदेश के दमोह जिले में उच्च शिक्षा विभाग ने 26 जनवरी तक सभी निजी और शासकीय कॉलेजों में गांधी स्तंभ स्थापित करने का आदेश जारी किया था। कॉलेज प्राचार्यों ने इसका पालन करने के लिए आनन-फानन में गांधी स्तंभ स्थापित तो कर दिए, लेकिन जो प्रतिमाएं बनी हैं, वे राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के चेहरे से मेल नहीं खा रही हैं।छात्र-छात्राएं और आम लोग इन्हें देखकर चौंक रहे हैं। लीड कॉलेज प्रभारी डॉ. केपी अहिरवार ने बताया कि यदि सही मूर्ति नहीं बनी है तो उसकी फोटो मंगवाएंगे। उसे देखने के बाद उचित निर्णय लेंगे।इन कॉलेज में लगीं प्रतिमाएंशासकीय कॉलेज जबेरा शासकीय कॉलेज हटा पीजी कॉलेज दमोह ,केएन कॉलेज दमोह