रक्तदान की ही तरह कोरोना से ठीक होने वाले वॉयरिर्स प्लाज्मा डोनेट कर दूसरे मरीजो की भी बचा सकते है जान। यशपाल यादव
उपायुक्त यशपाल ने कहा कि कोरोना मरीजों के इलाज के लिए प्लाज्मा थैरेपी कारगर साबित हो रही है। अब तक जिला के करीब 72 लोगों ने कोरोना से ठीक होकर अपना प्लाज्मा डोनेट किया है, जिससे अन्य मरीजों का इलाज किया गया और वे सभी लोग ठीक होकर आएं हैं, इसलिए जिला प्रशासन ऐसे लोगों से प्लाज्मा डोनेट करने की अपील करता है कि जो कोरोना से ठीक हो गए हैं।
उपायुक्प ने शुक्रवार को लघु सचिवालय के प्रांगण में लगाए गए प्लाज्मा डोनेट कैंप का शुभारंभ करने के दौरान उपस्थित प्लाज्मा डोनर को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि प्लाज्ममा डोनेट करना, ब्लड डोनेट करने के समान ही है। प्लाज्मा डोनेट करने के अभियान में जिला प्रशासन के विभिन्न कार्यालयों में काम करने वाले कर्मचारी, अधिकारी आगे आ रहे हैं। नेशनल स्तर पर रिसर्च में यह सामने आया है कि प्लाज्मा थैरेपी से मरीज की स्थिति अनुसार इलाज किया जाए तो इसके सकारात्मक परिणाम सामने आते हैं। ऐसे में सरकार ने इस थैरेपी से इलाज की अनुमति दी है। फरीदाबाद ईएसआई में डा. नीमीषा की देखरेख में प्लाज्मा डोनेट का कार्य हो रहा है। उन्होंने कहा कि जनता को जागरूक होना चाहिए तथा जो भी व्यक्ति प्लाज्मा डोनेट कर रहा है, वह ईएसआई अस्पताल में संपर्क करे या डा. नीमीशा से मिले। प्राइवेट अस्पताल भी इस बात का ध्यान रखें कि वह भी प्लाज्मा डोनर की मांग स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के माध्यम से करें तथा सीधे तौर पर प्लाज्मा न लें। उन्होंने बताया कि कोरोना की नेगेटिव रिपोर्ट आने के 14 दिन बाद से 4 महीने तक प्लाज्मा डोनेट किया जा सकता है। लेकिन पहले एंटी बाॅडी टेस्ट किया जाता है और उस आधार पर ही प्लाज्मा लिया जाता है। इसके लिए हर कोई व्यक्ति प्लाज्मा डोनेट नहीं कर सकता है। उन्होंने कहा कि कोरोना से बचने का उपाय है लगातार मास्क का प्रयोग करना तथा हाथों को सेनेटाइज करना। अगर हम इसमें लापरवाही करते हैं तो संक्रमण की संभावना अधिक है। ऐसे में लोगों को जिंदगी बचाने के लिए प्लाज्मा थैरेपी कारगर है। उन्होंने बताया कि ईएसआई अस्पताल में जल्द ही हेल्प डेस्क भी बनाया जा रहा है, ताकि डोनर सीधे रूप से संपर्क कर प्लाज्मा डोनेट कर सके। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन की टीमें भी कोरोना से ठीक हुए लोगों से संपर्क करेंगी तथा उन्हें प्लाज्मा डोनेट करने के लिए प्रेरित किया जाएगा। इसके लिए कर्मचारियों को पास भी जारी करेंगे, ताकि वही कर्मचारी जाकर उनसे बात करें। जिला प्रशासन के अलावा अगर अन्य कोई व्यक्ति उनसे संपर्क करता है तो उसके खिलाफ जरूरी कार्यवाही अमल में लाई जाएगी। कैंप में देवेंद्र कुमार, योगेश डागर ने प्लाज्मा डोनेट किया।
इस अवसर पर एसडीएम पंकज सेतिया, जिला रैडक्रास सोसायटी के सचिव विकास कुमार, डा. नीमीशा व उनकी टीम, डा. एमपी सिंह, वालिंटियर उमेश अरोड़ा, राज भाटिया, दर्शन भाटिया व सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।