वर्क फ्रॉम होम हमारी जीवन शैली का बना एक हिस्सा । जेपी मल्होत्रा
फरीदाबाद 18 अगस्त। कोविड-19 ने वर्तमान परिवेश में संस्थानों में कार्य करने की प्रणाली में परिवर्तन किया है। उद्योगों द्वारा जहां नए परिवेश के अनुरूप नए मानक अपनाए जा रहे हैं, वही नई स्किल की आवश्यकता महसूस की जा रही है। डीएलएफ इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के प्रधान श्री जेपी मल्होत्रा ने यहां टैप डीसी द्वारा आयोजित सेमिनार स्किल डेवलपमेंट फॉर फ्यूचर औरगनाइज में यह विचार व्यक्त करते हुए कहा कि कोविड-19 के दौरान घर से काम की एक नई परिपाटी आरंभ हुई है। यही नहीं लोग वर्कप्लेस पर जाने से बचते हैं और मैन्युफैक्चरिंग प्रक्रिया में भी सोशल डिस्टेंस पर ध्यान दिया जाता है।
आपने कहा कि वर्क फ्रॉम होम हमारी जीवन शैली का एक हिस्सा बन गया है और इससे एक बात स्पष्ट हो गया है कि ना तो ऑफिस बंद हुए हैं और ना ही रोजगार पर नाकारात्मक प्रभाव पड़ा है। आपने कहा कि जिन संस्थानों में वर्क फ्रॉम होम हो सकता है, वहां कार्य निरंतर किया जा रहा है, जो आने वाले समय में भी जारी रहेगा।
श्री मल्होत्रा ने कहा कि लोग अधिक समय तक घरों में बंद नहीं रह सकते, ऐसे में प्रक्रिया पर ध्यान दिया जाना जरूरी है। श्री मल्होत्रा ने कहा कि भविष्य में कोडिंग, कम्युनिकेशन तथा कोलैबोरेशन महत्वपूर्ण स्किल होंगे। श्री मल्होत्रा ने कहा कि भविष्य में जबकि हम वर्क फ्रॉम होम की ओर बढ़ रहे हैं, ऐसे में प्रोजेक्ट मैनेजमेंट के समक्ष चुनौतियां बढ़ेगी, क्योंकि अब फेस टू फेस कम्युनिकेट नहीं कर पा रहे।
श्री मल्होत्रा के अनुसार परंपरागत बिजनेस जिसमें मैन्फैक्चरिंग व ट्रेनिंग भी शामिल है, में तकनीकी सुधार आवश्यक है। आपने कहा कि वर्तमान आवश्यकता सुरक्षा को बनाए रखना और सामान्य स्तर तक पहुंचना है। एमएसएमई सेक्टर को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के साथ व्यवस्था को अपनाना होगा और यह एक नई स्किल का रूप है।
श्री मल्होत्रा ने कहा कि कोविड-19 ने हमें कई नए पाठ पढ़ाए हैं और प्रबंधन तथा श्रमिकों को मिलकर इस हेतु कार्य करना होगा। प्रश्नोत्तरी कार्यक्रम में श्री मल्होत्रा ने प्रतिभागियों के सवालों के जवाब भी दिए। वैवीनार में 47 से अधिक एमएसएमई प्रतिनिधि शामिल हुए।