एनआईटी की अलग अलग सड़कों के अलावा पैरिफेरल रोड में हुई गड़बड़ी की जांच के दूसरे दिन विजिलेंस की टीम ने अलग अलग सड़कों के सैंपल लिये ताकि पता चल सके कि सड़कोंं को बनाने के दौरान उपयोग में लाया गया निर्माण सामाग्री किस क्वालिटी का है। इस मौके पर शिकायतकर्ता विष्णु गोयल भी मौजूद थे।
बता दें कि नगर निगम ने सीएम अनाउंसमेंट के तहत 102 करोड़ रूपये की लागत से पैरिफेरल रोड बनाने का कार्य किया था लेकिन इस रोड को बनाने में ठेकेदार ने वर्क ऑर्डर के अनुसार कार्य नहीं किया। इसकी शिकायत शिकायतकर्ता ने हरियाणा सरकार से की तो जांच विजिलेंंस को सौंपी गई। विजिलेंंस की टीम ने बुधवार से ही इसकी जांच शुरू कर दी है। गुरूवार को दूसरे दिन विजिलेंंस एक्सईएन ने रोड काटने वाली मशीन से अलग अलग जगहों पर रोड काट कर सैंपलिंग का कार्य किया।