चार से अधिक मुकदमे दर्ज फरार अपराधियों अब ज्यादा दिन पुलिस की पकड़ से दूर नहीं रह पाएंगे। ओपी सिंह।
पिछले 5 साल में अपराध कर चुके आरोपियों की लिस्ट तैयार की जा रही है जिसमें छोटे से लेकर बड़े अपराध में शामिल सभी अपराधियों को शामिल किया गया है, जिन पर एक से लेकर दो, तीन , चार या अधिक मुकदमे दर्ज हैं।
City mirrors news-jaiveer chaudhary : पुलिस कमिश्नर श्री ओ पी सिंह ने आज अपने कार्यालय सेक्टर 21c में सभी डीसीपी, एसीपी के साथ क्राइम मीटिंग की गई।
पुलिस कमिश्नर ने अपराधियों के खिलाफ कड़ा रुख अपनाते हुए साफ तौर पर चुनौती दी है कि अब वह ज्यादा दिन पुलिस की पकड़ से दूर नहीं रह सकते हैं।
जो सक्रिय है अब उनका वक्त आ गया है जल्द ही सलाखों के पीछे नजर आएंगे।
श्री सिंह ने अपराधियों पर नकेल कसने के लिए प्रत्येक थाना एरिया में तैनात बीट ऑफिसर और क्राइम ब्रांच को दिशा निर्देश जारी किए हैं।
बीट ऑफिसर और क्राइम ब्रांच अपने मुखबिर तंत्र को और ज्यादा मजबूत करेगें ताकि अपराधियों के बारे में खबरें मिलती रहे और उनके खिलाफ शिकंजा कसा जा सके।
पुलिस कमिश्नर ने जानकारी देते हुए बताया कि पिछले 5 साल से सक्रिय अपराधियों पर पुलिस की पैनी नजर है।
उन्होंने दिशा निर्देश जारी किए हैं कि 5 साल से सक्रिय अपराधियों को तीन श्रेणियों में बांटा जाए।
मर्डर, डकैती, लूट , हत्या का प्रयास , गम्भीर चोट,अवैध हाथियार जैसे अपराधों में सक्रिय अपराधियों को श्रेणी A में रखा जाएगा। मध्यम श्रेणी के अपराधों में संलिप्त अपराधियों को B श्रेणी में रखा जाएगा और छोटे अपराधों में संलिप्त अपराधियों को C श्रेणी में रखा जाएगा।
अपराधियों पर नकेल कसने में थाना पुलिस/बीट ऑफिसर की भूमिका अहम रहेगी। सभी बीट ऑफिसर अपने-अपने एरिया में सक्रिय बदमाशों की श्रेणियों के हिसाब से लिस्ट रखेंगे। जो उसके एरिया में सक्रिय बदमाश है उस पर वह लगातार नजर बनाए रखेगा।
पुलिस कमिश्नर ने बताया कि हमारे बीट ऑफिसर ज्यादातर वक्त आम लोगों के बीच में बिताते हैं। बीट ऑफीसर अपने क्षेत्र के लोगों से अपराधियों के बारे में जानकारी लेकर और क्राइम ब्रांच को देंगे।
बीट ऑफीसर के द्वारा दी गई जानकारी पर क्राइम ब्रांच रेड कर अपराधियों पर नकेल कसेगी।
पुलिस कमिश्नर ने कहा कि अपराधी अब ज्यादा दिन पुलिस की गिरफ्त से दूर नहीं रह सकते हैं जो अपराधी अपने मन में यह सोच रहे हैं कि वह पुलिस की गिरफ्त में नहीं आएंगे तो यह उनकी भूल है अपराधियों की जगह जेल है और उनको एक दिन वही पर जाना है।
इस दौरान उन्होंने सभी डीसीपी एसीपी को सख्त निर्देश दिए हैं कि फरीदाबाद शहर में वह किसी भी तरह का अपराध बर्दाश्त नहीं करेंगे।