रेमडेसिविर इंजेक्शनों की कालाबाजारी करने वालों पर पुलिस की नकेल जारी । 2 आरोपियों को किया गिरफ्तार।
आरोपियों के कब्जे से 9 इंजेक्शन और 2 मोटरसाइकिल बरामद
सस्ते दामों पर इंजेक्शन खरीदकर ₹25000 प्रति इंजेक्शन के हिसाब से बेचने की फिराक में थे आरोपी
फरीदाबाद: कालाबाजारी को रोकने के लिए जिला पुलिस द्वारा आरोपियों की लगातार गिरफ्तारियां की जा रही है। पुलिस आयुक्त श्री ओपी सिंह ने आवश्यक वस्तुओं की कालाबाजारी पर रोक लगाने के सख्त निर्देश दिए हैं जिनके तहत कार्रवाई करते हुए क्राइम ब्रांच 56 व क्राइम ब्रांच 17 की टीम ने रेम्डेजिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी करने के जुर्म में 2 आरोपियों को मोटरसाइकिल सहित गिरफ्तार किया है।
क्राइम ब्रांच 56 ने आरोपी देवेंद्र उर्फ देव को बल्लभगढ़ की 2 नंबर मार्केट से गिरफ्तार करके 6 इंजेक्शन बरामद किये वहीँ क्राइम ब्रांच 17 ने आरोपी हिमांशु को भूड कॉलोनी से गिरफ्तार करके उसके कब्जे से 3 इंजेक्शन बरामद किए हैं।
पुलिस टीम ने जब आरोपियों से इंजेक्शन बेचने का लाइसेंस मांगा तो वह कोई भी दस्तावेज प्रस्तुत नहीं कर सके जिस पर तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया।
पूछताछ में सामने आया कि आरोपी देवेंद्र उर्फ देव फार्मेसी मार्केटिंग का काम करता हैं और सेक्टर 10 में स्थित पार्क हॉस्पिटल में नर्सिंग का काम करने वाले अपने दोस्त धनराज से 10 इंजेक्शन ₹80000 में खरीद कर लाया था जिसमें से चार इंजेक्शन उसने आगरा के रहने वाले एक दोस्त मेहर चंद को दे दिए।
आरोपी हिमांशु अकाउंटेंट का काम सीखता है और एशियन हॉस्पिटल में कार्यरत किसी व्यक्ति से यह इंजेक्शन खरीद कर लाया था और इन्हें महंगे दामों पर बेचने की फिराक में था कि पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।
आरोपियों को गिरफ्तार करके उनके खिलाफ सरकारी आदेशों की अवहेलना करने, आवश्यक वस्तु अधिनियम 1955, आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005, औषधि एवं प्रसाधन सामग्री अधिनियम 1940 के तहत थाना ओल्ड व् थाना सिटी बल्लभगढ़ में मुकदमा दर्ज किया गया है।
आरोपियों को अदालत में पेश करके पुलिस रिमांड पर लिया गया है जिनमे उनसे मामले में गहनता से पूछताछ की जाएगी और पार्क व एशियन हॉस्पिटल से इंजेक्शनों की सप्लाई करने वाले उनके साथियों की धरपकड़ की जाएगी|
पुलिस प्रवक्ता।