जागरुकता के चलते समय पर इलाज के लिए अस्पताल पहुंच रहे हैं मरीज: डॉ. कमल वर्मा
CITYMIRRORS-NEWS-(Jaiveer Chaudhary) शरीर की कोशिकाओं का अनियंत्रित होना ट्यूमर कहलाता है। शरीर के अन्य भागों की तरह मस्तिष्क में भी ट्यूमर बन सकता है। ब्रेन ट्यूमर दो प्रकार के होते हैं एक जो कैंसर वाला और दूसरा बिना कैंसर वाला ब्रेन ट्यूमर। ब्रेन ट्यूमर के होने का कोई खास कारण नहीं होता और न ही ये जीवनशैली की किसी आदत से संबंधित होता है। एशियन अस्पताल के न्यूरो सर्जन डॉ. कमल वर्मा का कहना है कि सभी ब्रेन ट्यूमर कैंसर नहीं होते और अधिकतर ब्रेन ट्यूमर मस्तिष्क के बाहर नहीं फैलते। ब्रेन ट्यूमर के लक्षण उसके आकार और उसके स्थान पर निर्भर करता है। इसका समय रहते इलाज हो जाए तो लाभदायक होता है। डॉक्टर के अनुसार ब्रेन ट्यूमर के मरीजों में धीरे-धीरे वृद्धि हो रही है। इसका एक कारण जागरुकता के कारण समय पर इलाज के लिए अस्पताल में पहुंच रहे हैं।बहुत तेज सिर दर्द होना खास तौर पर दर्द के साथ नींद खुलना झुकते समय सिर में दर्द होना दौरे की शिकायत, दर्द के साथ उल्टी होना शरीर के किसी भाग में कमजोरी आ जाना आंख की रोशनी कम हो जाना सुसने की शक्ति कम होना चेहरे में तिरछापन आना बेहोशी आजाना ये कुछ ऐसे लक्षण होते हैं जिनसे ब्रेन ट्यूमर का शक होता है, लेकिन ये लक्षण अन्य तकलीफों में भी हो सकते हैं। इसलिए इन लक्षणों के चलते न्यूरालॉजिस्ट और न्यूरो सर्जन से जांच करानी चाहिए। ताकि समय रहते सीटी स्कैन और एमआरआई के माध्यम से इलाज शुरू किया जा सके। ब्रेन ट्यूमर का इलाज अधिकतर ऑपरेशन के द्वारा किया जाता है। इनमें से बहुत से ट्यूमर दूरबीन और नाक के रास्ते से भी निकाले जा सकते हैं। ऑपरेशन के बाद ट्यूमर की जांच की जाती है और उसे एक से चार तक ग्रेडिंग में बांटा जाता है। जांच से ब्रेन ट्यूमर के आगे का इलाज रेडियो थेरेपी और कीमोथेरेपी से किया जाता है। समय रहते इलाज मिलने से बहुत से मरीजों को स्वस्थ और खुशहाल जीवन दिया जा सकता है।