एशियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ मेडिकल साइंसेज अस्पताल फरीदाबाद क्षेत्र का पहला अस्पताल है जिसे हार्ट ट्रांसप्लांट का लाइसेंस दिया गया
एशियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ मेडिकल साइंसेज अस्पताल फरीदाबाद क्षेत्र का पहला अस्पताल है जिसे हार्ट ट्रांसप्लांट का लाइसेंस दिया गया है
क्या है हार्ट ट्रांसप्लांट ?
जब किसी व्यक्ति का हार्ट कई कारणों जैसे ( हार्ट वाल्व का ख़राब होना, कोरोनरी आर्टरी डिजीज, हार्ट की धमनियों की खराबी या हार्ट मसल्स का कमजोर होने से ख़राब हो जाता है ऐसे मरीजों में हार्ट ट्रांप्लांट की सलाह दी जाती है ।
कैसे होता है हार्ट ट्रांसप्लांट ?
एशियन अस्पताल के हार्ट सर्जरी विभाग के एसोसिएट डायरेक्टर डॉ. अमित चौधरी ने बताया कि हार्ट ट्रांसप्लांट ब्रेन डेड व्यक्ति के हार्ट से किया जाता है डॉ. अमित ने बताया कि जब हमें किसी ब्रेन डेड व्यक्ति का हार्ट मिलता है तब हमें उसे मरीज के शरीर में 4-6 घंटे के अंदर ट्रांसप्लांट करने का समय मिलता है अन्यथा यह हार्ट मर जाता है ऐसा करने के लिए रिट्रीवल सेंटर से ट्रांसप्लांट सेंटर के बीच पुलिस की मदद से ग्रीन कॉरिडोर बनाया जाता है जिससे बिना समय गवाय ब्रेन डेड व्यक्ति के निकाले गए हार्ट को मरीज तक जल्द से जल्द पहुंचाया जा सके ।
एशियन अस्पताल के चेयरमैन एवं मैनेजिंग डायरेक्टर डॉ. एन के पांडेय ने कहा कि हार्ट ट्रांसप्लांट एक जटिल सर्जरी है और मुझे ख़ुशी है कि हमारे अस्पताल को हार्ट ट्रांसप्लांट करने के लिए चुना गया है एशियन फरीदाबाद क्षेत्र का पहला अस्पताल है जिसमें हार्ट ट्रांसप्लांट की सुविधा है जिससे फरीदाबाद पलवल, होडल, कोसी, मथुरा, आगरा के कई हार्ट घाती मरीज जिन्हे हार्ट ट्रांप्लांट के लिए दिल्ली जाना पड़ता था उन्हें फायदा होगा ।