श्री मल्होत्रा ने विश्वास व्यक्त किया है कि प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड अन्य क्लीन फयूल के उपयोग पर भी साकारात्मक निर्णय लेगा।
फरीदाबाद। डीएलएफ इंडस्ट्रीज एसोसिएशन ने हरियाणा राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के चेयरमैन श्री पी राघवेंद्र राव का टैक्सटाइल इंडस्ट्री से संबंधित प्रदूषण संबंधी मामलों पर ध्यान देने व एसोसिएशन की मांग के अनुरूप टैक्सटाइल इंडस्ट्री के समक्ष आने वाली समस्याओं के मद्देनजर फोकस केंद्रित करने के लिये आभार व्यक्त किया है।
एसोसिएशन के प्रधान जे पी मल्होत्रा ने बताया कि प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड का ध्यान टैक्सटाइल इंडस्ट्री के समक्ष आर रही समस्याओं की ओर दिलाया गया था और पीएनजी संबंधी समस्या के संबंध में उद्योगहित में कदम उठाने का आग्रह किया गया था। श्री मल्होत्रा ने बताया कि सीएक्यएम ने अपनी डायरैक्शन नम्बर 63 दिनांक 18 मई 2022 में उद्योगों की मांग के अनुरूप जिस प्रकार मामले को संज्ञान में लिया वह निश्चित रूप से स्वागतयोग्य है।
श्री मल्होत्रा ने प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के चेयरमैन से आग्रह किया है कि अन्य क्लीन फयूल्स को भी अनुमति प्रदान की जानी चाहिए। उल्लेखनीय है सीएक्यूएम ने अपने दिशा निर्देशों में बायोमॉस फयूल को नई व अंडर कमीशनिंग इंडस्ट्री के लिए एनसीआर में प्रयोग की अनुमति दी है। श्री मल्होत्रा के अनुसार यह निश्चित रूप से टैक्सटाइल प्रोसैसर्ज के लिये एक महत्वपूर्ण कदम है।
श्री मल्होत्रा ने जानकारी दी कि श्री पी राघवेंद्र ने फरीदाबाद व गुडग़ांव के औद्योगिक संगठनों के साथ बैक टू बैक मींटिंग में बायोमॉस को प्रयोग करने की अनुमति देने की मांग पर साकारात्मक रूख का परिचय दिया था।
श्री मल्होत्रा ने विश्वास व्यक्त किया है कि प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड अन्य क्लीन फयूल के उपयोग पर भी साकारात्मक निर्णय लेगा।
डीएलएफ इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के साथ-साथ अदानी पीएनजी द्वारा फरीदाबाद के उद्योगों को दी जाने वाली गैस सप्लाई को सस्ता करने व इस संबंध में सरकार व प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड चेयरमैन के हस्तक्षेप की मांग भी दोहराई है। बताया गया है कि फरीदाबाद, गुरूग्राम, मोहाली इत्यादि जोन्स में अलग-अलग पीएनजी दरें हैं जिन्हें एकरूपता में लाने की मांग की गई है।