एकॉर्ड अस्पताल ओर एडोर हैप्पी होम्स की तरफ से शनिवार को एडोर सोसायटी में निशुल्क स्वास्थ्य जांच शिविर का आयोजन ।
फरीदाबाद, 28 मई। ग्रेटर फरीदाबाद सेक्टर-86 स्थित एकॉर्ड अस्पताल ओर एडोर हैप्पी होम्स की तरफ से शनिवार को एडोर सोसायटी में निशुल्क स्वास्थ्य जांच शिविर का आयोजन किया गया। इसमें करीब 148 लोगों ने अपनी जांच कराई। डॉक्टरों ने लोगों को बदलते मौसम में होने वाली बीमारियों के प्रति जागरूक किया। लोगों ने स्किन ओर दांतों सहित हड्डी रोगों की जाँच कराई।
स्किन रोग विशेषज्ञ डॉ. सोनाली गुप्ता ने बताया कि गर्मियों में लोगों को
बताया कि त्वचा रोग गर्मी और बरसात आने पर बढ़ जाता है। चूंकि गर्मी शुरू हो चुकी है। ऐसे में मरीजों का बढ़ना स्वाभाविक है। उन्होंने बताया कि पहले ओपीडी में 40 से 50 मरीज पहुंचते थे, जिनकी संख्या अब 60 से 85 हो गई है, साथ ही त्वचा रोगियों में 30 से 35 प्रतिशत रोगी फंगल इंफेक्शन वाले हैं, जिनको खुजली और दाद की समस्या है। उन्होंने कहा त्वचा संबंधी बीमारियों से बचने के लिए धूप में कम निकले। बहुत जरूरी काम होने पर छाता लेकर हो घर से बाहर जाएं। शरीर को ढक कर रखें, फूल बाजू के कपड़े पहने।
दंत रोग विशेषज्ञ डॉ. सुमेधा बंसल ने बताया कि दांतों की बीमारियों से बचाव के लिए जागरूक होने की जरूरत है। इस समय दांतों में कीड़ा लगने, मसूड़ों में सड़न, खून आना तथा बदबू आने की अधिक शिकायतें आ रही हैं। इनसे बचाव के लिए मीठा अधिक न खाएं। मीठी या चिपचिपी चीजें खाने के बाद मुंह अच्छी तरह से साफ कर लें। उन्होंने कहा कि कई बार बच्चे दूध पीते समय मुंह साफ नहीं करते। इससे भी बाद में परेशानी बढ़ जाती है। हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ. निखिल सचदेवा ने बताया कि लोगों में फिजिकल एक्टिविटी बंद होने से जोड़ों में दर्द की समस्याएं बढ़ी है। समय पर जांच से ही गंभीर बीमारियों की चपेट में आने से बचा जा सकता है।
अस्पताल के वरिष्ठ हृदय रोग विशेषज्ञ तथा कैथलेब डायरेक्टर डॉ. उमेश कोहली ने बताया कि दंत रोगों से हृदय का भी संबंध है। उन्होंने कहा कि दांतों के आसपास अगर इंफेक्शन है तो इससे हृदय रोग होने का अंदेशा हो सकता है। दंत चिकित्सक के लिए ध्यान देने योग्य बात ये है कि अगर ऐसा कोई मामला आता है तो मरीज को एंटीबायोटिक दवा दिए जाने की जरूरत है। दंत रोगी अगर मधुमेह से प्रभावित है तो भी फिजीशियन से परामर्श लेना चाहिए। दंत रोगी को अगर कृत्रिम वाल्व लगा है या फिर वाल्व खराब है तो मरीज का इलाज करने से पूर्व भी दंत रोग विशेषज्ञ को हृदय रोग विशेषज्ञ से परामर्श लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि बीमारियों के गंभीर खतरों से बचने के लिए लोगों को साल दो बार अपना फूल बॉडी चेकअप अवश्य करवाना चाहिये। जिससे कोई भी बीमारी हो तो उसका समय पर इलाज शुरू किया जा सके। शिविर में मरीजों की शुगर, बीपी और वजन आदि की भी जांच की गई।