भगवान की भक्ति से जहां आत्मिक शांति मिलती है, वहीं दूसरी ओर लोगों का बुराई से मन हटता है। रमेश गुप्ता
-श्रीराम कथा में सीता हरण का वर्णन
-भगवान की भक्ति से जहां आत्मिक शांति मिलती है, वहीं दूसरी ओर लोगों का बुराई से मन हटता है। रमेश गुप्ता
फरीदाबाद – आज के इस भागदौड़ भरे युग में कुछ समय इंसान को भगवान की भक्ति में भी लगाना चाहिए। भगवान की भक्ति से जहां आत्मिक शांति मिलती है, वहीं दूसरी ओर लोगों का बुराई से मन हटता है। यह शब्द श्री गोपाल गौशाला के अध्यक्ष और विश्व हिंदू परिषद् के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष रमेश कुमार गुप्ता ने कही, मौका था सेक्टर 9 के श्री राम मंदिर में 10 दिवसीय श्री राम कथा का , जहां छठे दिन आयोजित कथा में कथावाचक परम पूज्य संत श्री कृष्णा स्वामी जी वृन्दावन वाले महाराज जी ने सीता हरण, भरत महिमा, पदुकाभिषेक पंचवती चरित्र का वर्णन किया । कथा में रेजिडेंट्स वेलफेयर एसोसिएशन सेक्टर 9 के प्रधान रणवीर चौधरी, स्थानीय निवासी और उद्योगपति अरुण बजाज ने सभी श्रद्धालों का पहुंचने पर धन्यवाद किया। इस मौके पर उद्योगपति श्री राम अग्रवाल, राष्ट्रीय सेवक संघ हरियाणा संपर्क प्रमुख, गंगा शंकर मिश्र ने कथावाचक परम पूज्य संत श्री कृष्णा स्वामी जी वृन्दावन वाले महाराज जी से आशीर्वाद प्राप्त किया । इस अवसर पर गंगा शंकर मिश्र ने कहा की श्री राम जी का पूरा जीवन हम सभी के लिए प्रेरणा का खजाना है। राम कथा को सुनने से ही इंसान के पाप दूर हो जाते हैं। अगर इस कथा पर व्यक्ति चलना शुरू हो जाए तो उसको मुक्ति प्राप्त होती है। राम भजन करने से मन को शांति मिलती है।
कथा के छठे दिन कथावाचक परम पूज्य संत श्री कृष्णा स्वामी जी वृन्दावन वाले महाराज जी ने सीता उन्होंने बताया कि खर-दूषण वध के बाद रावण ने मारीच को पंचवटी में हिरण के रूप में भेजा। जिसको देखकर सीता ने श्रीराम को हिरण पड़कर लाने के लिए कहा, तो राम हिरण के पीछे चल दिए। काफी देर तक वह नहीं लौटे तो लक्ष्मण भी श्रीराम की तलाश में वन में चले गए। इसी दौरान रावण साधु का वेश धारण करके श्रीराम की कुटिया पर पहुंच गया। जहां से उसने सीता का हरण कर लिया और लंका ले जाने लगा। रास्ते में रावण को जटायु ने रोकने का प्रयास किया, तो रावण और जटायु के बीच युद्ध हुआ। जिसमें रावण ने जटायु के पंख काट दिए और सीता का हरण कर ले गया। कथा के अंत में
रेजिडेंट्स वेलफेयर एसोसिएशन सेक्टर 9 के प्रधान रणवीर चौधरी ने बताया की 16 फरवरी से 25 फरवरी तक आयोजित 10 दिवसीय राम कथा रोजाना ही दोपहर 3 बजे से शाम 6 बजे तक हो रही है। वहीँ 25 फरवरी को विशाल भंडारे का भी आयोजन किया जायेगा। कथा के छठे दिन मुख्य यजमान-पी.एल.अग्रवाल रहे वहीं कथा में मुख्य रूप से ,राज कुमार अग्रवाल.सुरेश चंदगर्ग,एच.पी.अग्रवाल,विनोद शर्मा,सतबीर शर्मा,किरण मेंदीरत्ता,श्रीमती मल्होत्रा नीतू राजपूत , उषा भाटिया , मंदीप चावला , नमृता मित्तल , मधु गुप्ता , मंजू बजाज, समरिति राजपूत , प्रभा मल्होत्रा, प्रवेश राजपूत , सावित्री मोर ,शील जी ,नीतू मिड्डा , प्रीति शर्मा ,मोनिका जी ,रीना जी , कांता जुनेजा जी , अजय भाटिया, नमृता मित्तल, रिक्की चौधरी , नीतू राजपूत, सतबीर शर्मा, अशोक शर्मा, रोशन लाल बोराड़, राजिन्द्र मेंदीरत्ता, सुंदर जिंदल, विनय खंडूजा, हरिप्रकाश गर्ग, सुभाष मदान एवं दीपक बख्शी
इत्यादि उपस्थित रहे।