डॉक्टर का हर कर्म मरीज के जीवन को बचाने के लिए होता है। सीमा त्रिखा
CITYMIRRORS-NEWS-सेक्टर-21सी स्थित एक होटल में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की ओर से डॉक्टर्स डे पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। आयोजित इस कार्यक्रम में चिकित्सा के क्षेत्र की नई-नई चुनौतियों पर चर्चा की गई तो राष्ट्रहित में डॉक्टरों ने ईमानदारी से अपनी जिम्मेदारी निभाने का संकल्प भी लिया गया । कार्यक्रम में मुख्य संसदीय सचिव सीमा त्रिखा मुख्य अतिथि रहीं। कार्यक्रम की शुरुआत में आइएमए के प्रधान डॉ सुरेश अरोड़ा पौधा देकर स्वागत किया ग। मीडिया और डॉक्टर्स को संबोधित करते हुए सीमा त्रिखा ने डॉक्टरों के रुतबे को बयां किया।उन्होंने कहा कि डॉक्टरों पर स्वस्थ समाज के निर्माण की बड़ी जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि आज भी डाॅक्टर्स का दर्जा भगवान की तरह है। और हमेशा रहेगा। उन्होंने कहा कि डॉक्टर का हर कर्म मरीज के जीवन को बचाने के लिए होता है। जीवन, मृत्यु तो ईश्वर के हाथ में है।कई बार अस्पताल में मरीज के साथ कोई अनहोनी हो जाती है तो परिजन उग्र हो जाते हैं। लेकिन जब मरीज सही हो जाता है। तो गुणगान करते है। भगवान का दर्जा देने से नहीं थकते । डॉक्टरों की सेवा भावना की कद्र की जानी चाहिए। इस अवसर पर आइएमए के अध्यक्ष डॉ.सुरेश अरोड़ा, डॉ. हर्षनंदिनी अरोड़ा, पूर्व अध्यक्ष डॉ.ललित हसीजा, वरिष्ठ सदस्य डॉ.पीसी सेठ तथ प्रांतीय सरपरस्त डॉ.अनिल गोयल ने मुख्य अतिथि को स्मृति चिन्ह भेंट किया। आइएमए के उपाध्यक्ष डॉ.बीके शर्मा ने मंच संचालन किया। मेट्रो अस्पताल के चेयरमैन डॉ.एसएस बंसल ने स्वास्थ्य बीमा कराए जाने पर जोर दिया। आइएमए के वरिष्ठ सदस्य डॉ.पीसी सेठ ने कहा कि हम अपने पेशे के प्रति हमेशा ईमानदारी बरतें। गरीब को निश्शुल्क सेवाएं दें। कार्यक्रम में आइएमए के प्रांतीय सरपरस्त डॉ.अनिल गोयल, डॉ.बीके शर्मा, डॉ.रामानंद रस्तोगी, डॉ नरेश जिंदज डॉ राकेश कपूर मौजूद थे । वहीं डॉ.एके.अग्रवाल ने भी अपने विचार प्रकट किए। आइएमए की सदस्य डॉ.पुनीता हसीजा ने सभी का आभार प्रकट किया।