उद्योगमंत्री विपुल गोयल के विधानसभा में एक राजकीय प्राथमिक पाठशाला स्कूल में भरा है पानी । पिछले चार दिन से नहीं लगी क्लास।
CITYMIRRORS-NEWS-बेटी पढाओ की दुआई देने वाली सरकार में बेटी पढें तो पढें कैसे- ये सबाल फरीदाबाद के संत नगर में खुले हुए सरकारी स्कूल की बेटिया सरकार से कर रही हैं, स्कूल परिसर और कक्षाओं में बरसात का पानी जमा हो रखा है, छुट्टियों के बाद स्कूल खुले हुए 4 दिन बीत गये हैं मगर बच्चों की एक भी दिन क्लास नहीं लगी हैं, अध्यापक और बच्चे रोजना स्कूल आते हैं मगर बरसात का पानी भरा होने के कारण वापिस लौट जाते हैं, जिससे गुस्साये छात्रों के परिजनों ने स्कूल के गेट से ताला लगा दिया है और मांग की है कि जब तक स्कूल से बरसात का पानी निकाल नहीं दिया जाता और जर्जर हो चुकी स्कूल की इमारत को ठीक नहीं करवा दिया जाता तब तक वो स्कूल का ताला नहीं खोलेंगे। बता दें कि ये सरकारी स्कूल केबिनेट मंत्री विपुल गोयल की विधानसभा का है जहां चुनावों से पहले गोयल ने चुनावी सभा करके वोट मांगे थे और स्कूल को दुरूस्त करवाने की बात कही थी।पीठ पर बैग लटकाये हुए स्कूल के गेट के सामने खडे होकर स्कूल परिसर में भरे हुए पानी को देखते हुए एक बच्चा बस ये ही सोच रहा था कि आखिर में इस पानी से निकलते हुए क्लास रूम तक कैसे जाउं। ये नजारा है फरीदाबाद विधानसभा क्षेत्र के संत नगर स्थित राजकीय प्राथमिक पाठशाला यानि कि सरकारी स्कूल का। जिसमें 4 दिन पहले आई बरसात के चलते पानी भर गया जो कि स्कूल परिसर में ही नहीं क्लास रूम और प्रिंसीपल दफ्तर में भी जमा हो गया। छुट्टियों के बाद 3 जुलाई को खुले स्कूल में जब अध्यापकों और बच्चों ने आकर देखा तो हैरान हो गये और इसकी शिकायत शिक्षा विभाग के उच्च अधिकारियों को की गई मगर शिकायत के 3 दिनों के बाद भी स्कूल से पानी नहीं निकाला गया है। रोजाना स्कूल में पढने के लिये बच्चें आते हैं मगर पानी भरा हुआ देख वापिस लौट जाते हैं। जिससे गुस्साये अभिभावकों ने स्कूल के गेट पर ताला लगा दिया और कहा कि जब स्कूल की मरम्मत ठीक से नहीं की जाती तब तक अब ये स्कूल बंद ही रहेगा।बता दें कि ये स्कूल फरीदाबाद विधानसभा क्षेत्र का है जिसके विधायक व केबिनेट मत्री विपुल गोयल हैं, जिन्होंने चुनावों से पहले इसी स्कूल में चुनावी सभा की तो और वोट मांगी थी उस वक्त आश्वासन भी दिया था कि विधायक बनने के बाद स्कूल की मरम्मत की करवा दी जायेगी मगर तीन साल बीत जाने के बाद भी अभी तक मंत्री साहब ने स्कूल की सुध नहीं ली है। स्कूल में पढने वाले छात्र बस सरकार से एक ही सबाल कर रहे हैं कि ऐसी व्यवस्थाओं में पढें तो पढें कैसे।इस बारे में स्कूल में पढने वाली आफरीन और सपना छात्राओं की माने तो वो आज पढने के लिये आई थी मगर स्कूल में पानी भरा होने के चलते वापिस लौट रही हैं। इतना ही नहीं हर साल बरसात में स्कूल का ये ही हाल होता है जिसका खामियाजा छात्रों को भुगतना पडता है। छात्राओं का कहना है कि स्कूल की इमारत पूरी तरह से जर्जर हो गई है जिससे कभी भी कोई बडा हादसा छात्रों के साथ घटित हो सकता है। स्कूल के गेट से ताला लगाने वाले अभिभावकों की माने तो कई दशकों से इस स्कूल में बरसाती पानी भरने की समस्या ज्यों कि त्यों बनी हुई है जिसकी शिकायत उन्होंने केन्द्रीय राज्यमंत्री कृष्णपाल गुजर्र एवं केबिनेट मंत्री विपुल गोयल सहित कई अन्य अधिकारियों को भी दी गई है मगर कोई हल नहीं हुआ है। पूरे स्कूल की इमारत भी जर्जर हो चुकी है किसी भी दिन बडा हादसा बच्चों के साथ घटित हो सकता है। इस बजह से उन्होंने स्कूल के गेट पर ताला लगा दिया हैं। वहीं महिला अभिभावकों की माने तो इसी स्कूल में सभी नेताओं की बैठक होती है उसके बाद भी कोई हल नहीं निकल रहा है। स्कूल के प्रिसीपल महेन्द्र कुमार की माने तो उन्होंने स्कूल की शिकायत अपने अधिकारियों को दी है मगर अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हुई है। अध्यापक और बच्चे रोजाना स्कूल आते हैं मगर वापिस लौट जाते हैं।