फरीदाबाद पुलिस और एफसीसीआई द्वारा शहीदों के सम्मान में राष्ट्रीय कवि सम्मेलन ‘‘एक शाम शहीदों के नाम‘‘ कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
CITYMIRRORS-NEWS-फरीदाबाद पुलिस द्वारा शहीदों के सम्मान में राष्ट्रीय कवि सम्मेलन ‘‘एक शाम शहीदों के नाम‘‘ कार्यक्रम का आयोजन किया गया। पुलिस आयुक्त डॉक्टर हनीफ कुरेशी की पहल पर फरीदाबाद पुलिस कमिश्नरेट ने चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री फरीदाबाद के प्रधान बत्रा जी व विद्या संस्कार इंटरनैशनल स्कूल चेयरमेन के विशेष सहयोग से ‘‘एक शाम शहीदों के नाम‘‘ राष्ट्रीय कवि सम्मेलन का आयोजन विद्या संस्कार इंटरनैशनल स्कूल, भूपानी फरीदाबाद में किया गया।जिसके मुख्य अतिथि माननीय अनिल राव पुलिस महानिरीक्षक (सी.आई.डी) हरियाणा, अध्यक्ष-श्री दीपक गुप्ता, जिला एवं सत्र न्यायधीश फरीदाबाद, निवेदक-पुलिस आयुक्त डॉक्टर हनीफ कुरेशी, जी ने दीप प्रज्वलित करके विशेष तौर पर आमंत्रित, सेना के 18 शहीदों व 6 पुलिस के शहीदों के परिजनों को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित करते हुए कवि सम्मेलन का आगाज किया।इस मौके पर विधायक श्रीमती सीमा त्रिखा, श्री नगेन्द्र भडाना व विधायक श्री ललित नागर विशेष तौर पर मौजूद रहे।मुख्य अतिथि महोदय श्री अनिल राव पुलिस महानिरीक्षक (सी.आई.डी) हरियाणा ने अपने संबोधन में कहां की फरीदाबाद पुलिस की यह एक अच्छी पहल है उन्होने कहा कि जिस तरह से हम अपने पैसों को तिजोरी में रखते है, उसी तरफ हमें अपने शहीदों को भी तिजोरी में रखना चाहिए। उन्होने कहा कि देश में साल में कई जवान शहीद होते हैं। हमें शहीदों को नहीं भूलना चाहिए, चाहे वह आर्मी से हो, नेवी व एयरफोर्स से हो या फिर पैरामिलिट्री फोर्स के हो।इस मौके पर कवि के रूप में महान कवि श्री दिनेश रद्यूवंशी, डा0 हरीऔम पवार, विनित चौहान, अशोक भाटी, पूनम वर्मा, ने,और अशोक चारण व शशीकांत यादव ने अपनी-अपनी कविताओं से समा बांधा। इस मौका पर मंच का संचालन कर रहे अंतरराष्ट्रीय कवि श्री दिनेश रघुवंशी ने बीच-बीच में अपनी कविता से सबको अपनी सीटों से चिपकाए रखा।पुलिस आयुक्त ने कार्यक्रम में आए सभी लोगो का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि स्वतंत्रता के लिए हमारे बहुत से बहादुर शहीदों ने कुरबानी दी है। जिनका हम नाम भी नही जानते हमें उनको कभी नही भूलना चाहिए, उन्होने कहा कि देश प्रेमी की भावना हरके देशवासी के दिल में होनी चाहिए, प्रत्येक देशवासी को यह समझना चाहिए कि धर्म, जात या किसी समुदाय से बढकर हमारे लिए देश सर्वोपरि है।