मानव रचना शिक्षण संस्थान नैशनल राइफल एसोसिएशन के प्रेसिडेंट रनिंदर सिंह ने 10 मीटर मानव रचना शूटिंग रेंज का किया उद्घाटन ।
CITYMIRRORS-NEWS-मानव रचना शिक्षण संस्थान (एमआरईआई) की स्थापना क्वालिटी एजुकेशन के उद्देश्य के साथ की गई थी, इसी के तहत संस्थान स्टूडेंट्स के समग्र विकास की सोच के साथ खेलों व अकैडमिक्स को साथ लेकर चल रहा है। देश भर में खेलों के उत्थान में अपनी सक्रिय भूमिका निभा रहा संस्थान नैशनल व इंटरनैशनल स्तर के खिलाड़ियों को तैयार कर चुका है। इसी सोच के सथ मानव रचना कैंपस में इंटरनैशनल स्तर पर तैयार की गई 10 मीटर शूटिंग रेंज का उद्घाटन नैशनल राइफल असोसिएशन आफ इंडिया (एमआरएआई) के प्रेसिडेंट श्री रनिंदर सिंह के द्वारा किया गया।
देश के प्रतिभाशाली शूटिंग कोचों व अंतरराष्ट्रीय स्तर के इंफ्रास्ट्रक्चर के साथ तैयार की गई यह शूटिंग रेंज इंटरनैशनल शूटिंग स्पोर्ट फैडरेशन (आईएसएसएफ) का मान्यता प्राप्त ट्रेनिंग सेंटर है। इस स्टेट आफ द आर्ट शूटिंग रेंज का उद्घाटन के मौके पर मानव रचना शिक्षण संस्थान (एमआरईआई) की मुख्य संरक्षका श्रीमति सत्या भल्ला, एमआरईआई के प्रेसिडेंट डॉ. प्रशांत भल्ला, एमआरईआई के वाइस प्रेसिडेंट डॉ. अमित भल्ला, प्रतिभाशाली शूटर श्री रोंजन सोढ़ी, जीतू राय, चैन सिंह व एमआरईआई के स्पोर्ट्स डायरेक्टर श्री सरकार तलवार मौजूद रहे। शूटिंग रेंज में 2 10 मीटर रेंज है जिसमें 14 मैनुअल टारगेट व 8 ओटोमेटिक टारगेट है। 4 बार वर्ल्ड चैंपियन रहे जाने माने शूटर डेनियर डी स्पीग्नो व 1980 ओलंपिक गेम्स में सिल्वर जीतने वाले रुस्तम यंबुलतोव मानव रचना के शूटिंग कोचों की सूची में शामिल है।मानव रचना शूटिंग रेंज शूटरों को आकर्षित करने में इसलिए भी सफल होगी क्योंकि यहां केवल इंटरनैशनल स्तर की खेल सुविधाएं ही नहीं है बल्कि पैराजी लाउंज की भी स्थापना की गई है। अब तक शूटर इटली से शूटिंग असैसरीज का आयात करते थे, लेकिन अब मानव रचना कैंपस में ही उनकी पैराजी लाउंज में यह मिल पाएगी।शूटिंग रेंज का उद्घाटन करते हुए श्री रनिंदर सिंह ने कहा कि भारत में शूटिंग से तेजी से बढ़ता खेल है। मानव रचना में आईएसएसएफ अकैडमी प्रोग्राम की शुरुआत खेलों व अकैडमिक के बीच बेहतर तालमेल स्थापित करने के उद्देश्य के साथ किया गया है। मानव रचना और एमआरईआई एक साथ मिलकर शूटिंग को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए कार्यरत है जिससे शूटिंग में रुचि रखने वाले खिलाड़ियों को इस खेल की सुविधाओं से लेकर मार्गदर्शन तक के लिए नई राहें प्राप्त होंगी।वहीं डॉ. प्रशांत भल्ला ने कहा कि मानव रचना खेलों को करिकुलम का अहम हिस्सा मानता है इसी सोच के साथ स्टूडेंट्स को इंटरनैशनल स्तर की खेल सुविधाएं प्रदान की जाती है। मानव रचना की 12 शूटिंग रेंजों का इंफ्रास्ट्रक्चर इसका जीता जागता उदाहरण है। केवल इंफ्रास्ट्रक्चर ही नहीं नैशनल व इंटरनैशनल लेवल के कोच की सुविधा भी प्रदान की जा रही है। उन्होंने बताया कि मानव रचना की शूटिंग रेंज पर 3000 से ज्यादा स्टूडेंट्स ट्रेनिंग ले रहे हैं। हमें उम्मीद है कि इस शूटिंग रेंज का फायदा शहर ही नहीं बाहर के खिलाड़ियों को भी मिल पाएगा और देश में शूटिंग का खेल नहीं राहें प्राप्त करेगा।
इस मौके पर 10 पॉइंट शूटिंग कंपीटिशन का आयोजन भी मानव रचना के शूटरों के बीच किया गया।