ओमैक्स हाइट्स के लोगों के प्रदर्शन के बाद बिजली आपूर्ति रोकने का ऑर्डर वापस लिया प्रशासन ने।
CITYMIRRORS-NEWS- बिजली निगम की ओर से ग्रेटर फरीदाबाद के ओमैक्स हाइट्स में बिजली आपूर्ति बंद करने संबंधी नोटिस आने के बाद बुधवार को जिला उपायुक्त से मिलने हजारों की संख्या में लोग सेक्टर-12 लघु सचिवालय पहुंचे। ओमैक्स हाइट्स के लोग ने इस दौरान जमकर प्रशासन और हूडा के खिलाफ जमकर नारेबाजी की । और लोगों ने जिला उपायुक्त को धरनास्थल पर आने को लेकर हल्ला किया । हल्ला बढ़ता देख पुलिस मौके पर पहुंची । और प्रदर्शन कर रहे लोगों को शांत करने का प्रयास किया। लेकिन हल्ला बढ़ता देख एडीसी मौक पर पहुंचे लेकिन लोगों ने डीसी को बुलाने की मांग की । जिसके बाद स्थिति बिगड़ते देख लघु सचिवालय का गेट बंद कर दिया गया। इस दौरान जरुरी काम के लिए लघु सचिवालय पहुंचे लोगों को डीसी ऑफिस के अंदर नहीं जाने दिया गया। लोगों ने कहा कि हम सिर्फ डीसी से बात करने पहुंचे और उसके अलावा हम किसी से बात नहीं करेंगे। और डीसी साहब को ही ज्ञापन सौपेंगे। करीब दो घंटों के बाद डीसी अतुल द्विवेदी ने बिजली आपूर्ति रोकने का ऑर्डर वापस ले लिया। वहीं इस मुद्दे को लेकर प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड और बिजली विभाग की टीम को बुलाकर इस मामले को लेकर मीटिंग बुलाएंगे। गौरतलब है कि दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम के ग्रेटर फरीदाबाद के कार्यकारी अभियंता ने एसडीओ को पत्र जारी कर आदेश दिए हैं कि ओमेक्स हाइट्स की बिजली आपूर्ति रोक दी जाए। इस मामले में 8 नवंबर को क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने ओमैक्स हाइट्स सोसायटी में नौ में से छह जेनरेटर सील किए थे। इसके बाद से सोसायटी में रह रहे छह हजार से अधिक लोगों में रोष व्याप्त था। उन्हें चिंता थी और सोसायटी में बिजली व्यवस्था पूरी तरह चरमरा जाएगी। बोर्ड ने यह कार्रवाई नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के आदेश के बाद उठाया था। सामाजिक कार्यकर्ता वरुण श्योकंद की ओर से यह मुद्दा उठाया गया था। उन्होंने नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल में याचिका लगाई थी। ओमैक्स सोसायटी में कम क्षमता का सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट लगा हुआ है। ऐसे में बड़ी मात्रा में सीवर का पानी बिना ट्रीट किया हुआ सोसायटी के बाहर फेंका जा रहा है।याचिका पर सुनवाई करते हुए ट्रिब्यूनल ने प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को सोसायटी सील करने का आदेश दिया था। इस आदेश पर कार्रवाई करते हुए बोर्ड ने सोसायटी के जेनरेटर सील किए थे। सोसायटी के लोगों का कहना है कि उन्होंने बिल्डर को आवश्यक शुल्क का भुगतान किया है। ऐसे में सीवरेज लाइन बनाने या ट्रीटमेंट प्लांट बनाने की जिम्मेदारी हुडा व बिल्डर की है। ओमैक्स हाइट्स, आरडब्ल्यूए के महासचिव अवनीश द्विवेदी ने बताया कि वह सुबह 10:30 बजे जिला उपायुक्त से मिलकर अपनी समस्या के समाधान की मांग करेंगे। उनके यहां 1800 बिजली कनेक्शन हैं। सीवर लाइन बनाने या ट्रीटमेंट प्लांट बनाने में लोगों की कोई गलती नहीं है।