गाय की बराबरी का ब्रह्मांड में कोई नहीं है ; गोपाल मणि
CITYMIRRORS-NEWS-गाय की बराबरी का ब्रह्मांड में कोई नहीं है, ब्रह्मा और अन्य देवता भी नहीं क्योंकि संसार में किसी का मल पवित्र नहीं लेकिन गाय का गोबर अनमोल है। गऊ माता को राष्ट्रमाता का सम्मान दिया जाए क्योंकि भारत का धर्म और संस्कृति गऊ को माता बोलती है। यह बात गौ माता प्रतिष्ठा आंदोलन के प्रणेता गोपाल मणि ने सैनिक कॉलोनी स्थित बीएन पब्लिक स्कूल में पत्रकार वार्ता के दौरान कही। वह स्कूल में गौ कथा का वाचन करने आए थे।गोपाल मणि ने बताया कि वह गाय को राष्ट्रमाता घोषित कराने के लिए २००८ से लगातार जागरूकता अभियान चला रहे हैं, इसी कड़ी में वह रविवार को औद्योगिक नगरी पहुंचे। उन्होंने कहा कि गौमाता को सम्मान दिलाने के लिए सरकार से चार मांग हैं जिसके लिए समाज को जागरूक कर रहे हैं। पहली गाय को राष्ट्रमाता घोषित करना, ऐसा होते ही गोकशी और गोमाता के अवैध व्यापार पर प्रतिबंध लग जाएगा। आज सरकार जैव खाद को बढ़ावा देने के प्रयास कर रही है, वैज्ञानिक रूप से सिद्ध है कि गोबर की खाद सबसे बेहतर है। गोबर की खाद को बढ़ावा देने के लिए सरकार को रासायनिक खाद का आयात रोकना होगा, यह रासायनिक खाद स्वास्थ्य और आर्थिक नुकसान पहुुंचा रही है। गोबर का मूल्य दस रुपये प्रति किलोग्राम तय किया जाए, ऐसा करने से किसान गाय पालेगा और इनकी दुर्दशा पर रोक लगेगी। सरकार दस वर्ष की उम्र तक के बच्चे के लिए गाय को गाय का दूध पिलाया जाना अनिवार्य करे और गोचर भूमि को कब्जा मुक्त करा गोमाता के लिए चारा उपजाने के लिए संरक्षित किया जाए। गोमांस निर्यात पर चिंता व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि सिंहासन (सत्ता) के सिंह और गाय के बीच बैर रहता है, वर्तमान सरकार भी यही कर रही है, इसीलिए १८ फरवरी को दिल्ली के अजमेरी गेट स्थित मैदान में रैली का आयोजन किया गया है। गोकथा के आयोज गढ़वाल सभा के अध्यक्ष देव सिंह गोसाईं ने कहा कि गौमाता की रक्षा में गढ़वाल समाज तन-मन और धन से समर्पित रहेगा। इस मौके पर एमएस असवाल, राजेंद्र सिंह नेगी, सुरेंद्र रावत, विनोद नौटियाल, महेंद्र सिंह बिष्ट, योगेश शर्मा, राजेंद्र सिंह रावत, प्रदीप नेगी, बलवंत सिंह नेगी, दिग्विजय सिंह नेगी, सुनीता नेगी, गजेंद्र सिंह आदि पदाधिकारी मौजूद रहे।