गीता प्रीमियर लीग: कैंपस में भारतीय संस्कृति व सभ्यता का दिखा अदभुत रंग
CITYMIRRORS-NEWS-एनएच तीन स्थित डीएवी शताब्दी कॉलेज में गीता प्रीमियर लीग ‘द फेस्ट ऑफ लाइफ’ का शानदार आगाज हुआ। इस दौरान छात्रों, शिक्षकों का उत्साह देखते बन रहा था। इसमें 56 कॉलेजों के प्रतिनिधि हिस्सा ले रहे हैं। फेस्ट के पहले दिन कैंपस में भारतीय संस्कृति व सभ्यता का अदभुत रंग देखने को मिला। इससे पहले प्रिंसिपल डॉ. सतीश आहूजा, कार्यक्रम संयोजक डॉ. सुनीति आहूजा, निदेशक रेडियो एनजीएफ मुकेश गंभीर, इस्कॉन मंदिर के जीएम गोपेश्वर दास, कृष्णा गंगा देवी दासी, रविकुमार आदि ने दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। संस्कारवान, नैतिकवान और कर्मशील बनाना है लक्ष्य प्रिंसिपल डॉ. सतीश आहूजा ने कहा कि फेस्ट का उद्देश्य छात्रों को संस्कारवान, नैतिकवान और कर्मशील बनाना है। इस फेस्ट की सबसे खूबसूरत बात यह है कि छात्र के आयोजन में महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन कर रहे हैं। उन्हें प्रबंधन के गुर के साथ अन्य गतिविधियां सीख रहे हैं। कार्यक्रम के आयोजन सूर्या ट्रस्ट और इस्कॉन की महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन कर रहा है।डायरेक्टर, रेडियो एन.जी.एफ. मुकेश गंभीर ने कहा कि गीता भारतीय संस्कृति का आधार है। डीएवी शताब्दी कॉलेज, सूर्या व इस्कॉन द्वारा गीता प्रीमियर लीग का आयोजन किया जाना बहुत ही सराहनीय प्रयास है। इस प्रकार के कार्यक्रम युवा वर्ग को भारतीय संस्कृति के प्रति जागरूक करने का काम करते है। गोपेश्वर प्रभु ने कहा कि इस दुनिया में सभी सवालों के जवाब गीता में छिपे है। गीता हमें सही मार्ग पर चलने का संदेश देती है। आज संसार में सभी को गीता के संदेश का पालन करते हुए जीवन जीने की आवश्यकता है। इस्कॉन द्वारा एक लघु नाटिका ‘‘गॉड तुसी ग्रेट हो’’ प्रस्तुत की गई। इस नाटिका में यह दिखाया गया कि एक व्यक्ति भगवान के अस्तित्व को मानने से इंकार करता है परंतु उसके साथ कुछ ऐसी घटनाऐं घटती है जिसके कारण वह स्वयं ही भगवान के अस्तित्व को मानने लगता है। यही संदेश श्रीमद् भागवत् गीता में दिया गया है। डा. सुनीति आहूजा (संयोजिका) ने कहा कि द फेस्ट ऑफ लाइफ एक प्रयास है। जिसके माध्यम से आज के युवा वर्ग को अपनी संस्कृति और हमारे जीवन के आधार के प्रति जागरूक किया जा रहा है। ज्ञात हो गीता प्रीमियर लीग द फेस्ट ऑफ लाइफ फ रीदाबाद जिले में आयोजित किए जा चुके। सभी कार्यक्रमों से अलग है। यह पहला ऐसा कार्यक्रम है जिसमें भारतीय संस्कृति के मूल आधार के विषय पर विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जा रहा है।प्रथम दिन गीता श्लोक उच्चारण, स्लोगन लेखन, स्वरांजलि-एकल गान, सोलोनिक एकल नृत्य, टर्न कोट की वाद विवाद आदि प्रतियोगता का आयोजन किया गया। इस तीन दिवसीय फेस्ट में तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली आदि से लगभग 57 टीमें भाग ले रही है। कार्यक्रम के संयोजक डा. सुनीति आहूजा, मुकेश बंसल व रवि कुमार हंै। ी आर. बी. सिंह, डा. नरेन्द्र दुग्गल, सरोज कुमार व सोनिया भाटिया एवं बिन्दु रॉय कार्यकारिणी सचिव हैं।