आज श्री राम के पदों चिन्ह पर चलने की जरुरत है।वशिष्ठपीठाधीश्वर डॉ श्री रामविलासदास वेदांती महाराज
CITYMIRRORS-NEWS-एनआइटी विधानसभा-86 के सेक्टर-52 संजय कॉलोनी में संगीतमय श्रीमद्भागवतस प्ताह ज्ञान महायज्ञ गुरुवार को शुरु हो गया। 29 मार्च से लेकर 4 अप्रैल तकचलने वाले इस धार्मिक कार्य्रक्रम में कलश यात्रा निकाली गई ।जिसमें सैकड़ों की संख्या में महिलाओं ने भाग लिया । वहीं अयोध्या से पधारे कथावाचक अयोध्याधाम वशिष्ठपीठाधीश्वर डॉ श्री रामविलासदास वेदांती जी महाराज का समाजसेवी प्रदीप राणा ने फूलों द्वारा स्वागत किया। । संयोजक डॉ श्री राघवेशदास वेदान्ती जी श्री अयोध्याधाम साथ रहे।श्रीमद्भागवत से सुबह के समय विशाल कलश यात्रा निकाली गई । जिसमें बैंड बाजे और ढोल नगाड़ों के साथ कलश यात्रा निकाली गई ।कलश यात्रा के दौरान के जगहों पर प्रदीप राणा का फूलो द्वारा स्वागत किया गया। वहीं शाम 4 बजे कथावाचक अयोध्याधाम वशिष्ठपीठाधीश्वर डॉ श्री रामविलासदास वेदांती जी महाराज ने प्रवचन देते हुए श्रद्धालुओं को कहा कि परिवार के बड़े-बुजुर्गो की सेवा ही असली धर्म है। उनका मान-सम्मान करने से ही जीवन में खुशियां आएंगी। अगर उनकी आत्मा को दुखाओगे तो कष्ट ही कष्ट आएंगे।इसलिए हमेशा उनका मान-सम्मान करें। उनकी सेवा में ही असली खुशी है। अक्सर देखा जाता है कि लोग तीर्थ यात्रा पर जाते हैं। किंतु माता पिता का कोई ख्याल नहीं रखा जाता है। उन्हें वृद्धाश्रम पहुंचा दिया जाता है। वाकई में सही तीर्थ तो माता पिता की सेवा है। इनकी सेवा कर ली तो सारे तीर्थो का पुण्य मिल जाएगा। सेवा नहीं करोगे स्वयं की अंतरात्मा कचोटेगी। किसी न किसी रूप में संकट आते रहेंगे। इसलिए समय रहते चेतने की आवश्यकता है।कभी-कभी देखा जाता है कि लोग दूसरों के यहां दिखावे के लिए सेवा करने पहुंच जाते हैं। किंतु अपने घर में बैठे माता-पिता का कोई ख्याल नहीं रखा जाता है। ऐसे में चाहिए कि वे अपने माता-पिता की सेवा पहले करे।वशिष्ठपीठाधीश्वर डॉ श्री रामविलासदास वेदांती जी महाराज ने कहा कि श्री राम जी ने अपने माता पिता की सेवा के लिए कितना बढ़ा त्याग किया । और कई
सालों तक कष्ट सेहते रहे। उन्होंने कहा की हम सब को आज श्री राम के पदों चिन्ह पर चलने की जरुरत है। वहीं आयोजक सदस्य राजेश सिंह ने बताया कि सात
दिन तक चलने वाले इस भक्तिमय कार्यक्रम में मेन वक्ता के रुप में परमपूज्य ब्रह्मार्षि अयोध्याधाम वशिष्ठपीठाधीश्वर डॉ श्री रामविलासदास वेदांती जी महाराज होंगे। सातों दिन सुबह प्रात 8 बजे से लेकर सुबह 11बजे तक पूजन एवं हवन का आयोजन किया जाएगा। वहीं 3 अप्रैल तक रात्रि 8 बजे से लेकर रात 10 बजे तक भजन संध्या का आयोजन किया जाएगा। इसके अलावा 4 अप्रैल की रात को 8 बजे से राष्ट्रीय कवि सम्मेलन का भी आयोजन किया जाएगा। जिसमें देश के कई मशहूर कवि अपनी रचना प्रस्तुत करेंगे। 5 अप्रैल की सुबह हवन यज्ञ के बाद भंडारे का भी आयोजन किया जाएगा। ज्ञान महायज्ञ को सफल बनाने में डी के चौबे ,सत्येंद्र तिवारी ,पप्पू त्रिपाठी ,एसबी वर्मा ,प्रदीप गुप्ता सहित कई लोग माजूद रहे।