कांग्रेसी नेता से रिश्वत मांगने के आरोप में पिता-पुत्र सहित तीन पर मामला दर्ज।
Citymirrors-news-हुडा कर्मचारी बताकर अपने पिता के साथ मिलकर कांग्रेसी नेता को आरटीआई तथा सीएम विंडो व दुष्प्रचार करने की धमकी देकर लाखों रुपए की रिश्वत मांगने के मामले में थाना सैंट्रल पुलिस ने पिता-पुत्र सहित तीन लोगों के खिलाफ आज मुकदमा नंबर 758 धारा 385 एवं 506 आईपीसी के तहत मामला दर्ज किया है। मामले की जांच कर रहे थाना सैंट्रल प्रभारी राजदीप मोर का कहना है कि जल्द ही इस मामले में सख्त से सख्त कार्यवाही की जाएगी। गौरतलब है कि हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सचिव सुमित गौड़ ने कुछ समय पहले कमल नारंग से सेक्टर-15 में मकान नंबर 209 खरीदा था। इस मकान की कम्पलीशन की फाईलों का स्टेट्स जानने के लिए वह गत 25 जुलाई को सेक्टर-12 स्थित हुडा विभाग के सर्वे ब्रांच में अपने मकान की कम्पलीशन की फाईलों के स्टेट्स को जानने के लिए गए थे, जहां मौजूद लक्ष्य छाबड़ा ने गौड़ से इन फाईलों को निकालने की एवज में 3 लाख रुपए रिश्वत की मांग की, परंतु जब श्री गौड़ ने इस पर आपत्ति जताई तो लक्ष्य छाबड़ा ने श्री गौड़ से कहा कि वह बिना पैसे किसी कीमत पर उनकी फाईलें पास नहीं होगी और अगर उन्होंने रुपए नहीं दिए तो वह अपने पिता आरटीआई कार्यकर्ता रमेश छाबड़ा के माध्यम से उनके मकान का कम्पलीशन किसी कीमत पर नहीं होने देंगे। गौड़ के साथ आए उनके दोस्त विष्णु निवासी बल्लभगढ़ ने भी लक्ष्य छाबड़ा को इस प्रकार सरेआम रिश्वत न मांगने के बारे में समझाया परंतु उसने उनकी भी न सुनी। इसके बाद कांग्रेसी नेता सुमित गौड़ ने इस बाबत एक शिकायत थाना सैंट्रल पुलिस में दी थी। इसी मामले में आज थाना सैंट्रल पुलिस ने रमेश छाबड़ा, उसके पुत्र लक्ष्य छाबड़ा और डा. नरेंद्र शर्मा के खिलाफ मामला दर्ज किया है। कांग्रेसी नेता सुमित गौड़ ने कहा कि पिछले काफी समय से रमेश छाबड़ा व उसका बेटा लक्ष्य छाबड़ा द्वेष भावना के तहत न केवल उनके खिलाफ दुष्प्रचार कर रहे है बल्कि उन्होंने मैगजीन व कैलेंडर के माध्यम से झूठी खबरें प्रकाशित करके छवि को भी खराब करने का काम किया है। श्री गौड़ ने बताया कि इन दोनों पिता-पुत्र ने उन्हें धमकी दी है कि वह इसी प्रकार आगे भी उनके खिलाफ दुष्प्रचार करते रहेंगे। सुमित गौड़ ने बताया कि कुछ समय पहले रमेश छाबड़ा की कहने पर डा. नरेंद्र शर्मा ने उन्हें फोन करके 25 लाख रुपए यह कहकर मांगे थे कि वह इस मामले को रफा-दफा करवा देंगे परंतु उन्होंने रुपए देने से स्पष्ट मना कर दिया था, इसी से क्षुब्ध होकर रमेश छाबड़ा व लक्ष्य छाबड़ा उनके खिलाफ बेबुनियादी आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे है। उन्होंने कहा कि इन पिता-पुत्र की इस कार्यशैली से पहले भी कई लोग बर्बाद हो चुके है परंतु अब वह इन लोगों को सबक सिखाकर ही दम लेंगे और शहर में भ्रष्टाचार का पर्याय बने इन लोगों के खिलाफ जनांदोलन छेड़कर लोगों के सामने इनकी सच्चाई लाकर रहेंगे।