18 अप्रैल से अभिभावक एकता मंच एक बार फिर प्राईवेट स्कूलों द्वारा गैर-कानूनी फीसों के खिलाफ आन्दोलन का बिगुल बजायेगा।
Citymirrors.in-अभिभावक एकता मंच ने एक बार फिर प्राईवेट स्कूलों द्वारा वसूल की जा रही गैर-कानूनी फीसों के खिलाफ आन्दोलन का बिगुल बजा दिया है। सैक्टर-10 स्थित कार्यालय में जिला प्रधान शिवकुमार जोशी एडवोकेट की अध्यक्षता में आयोजित मीटिंग में लिए गए निर्णय अनुसार 18 अप्रैल को फीस एंड फंडस रेगुलेटरी कमेटी की चेयरपर्सन एवं मंडल आयुक्त के कार्यालय पर अभिभावक सामूहिक सांकेतिक धरना देकर प्रदशर््ान कर ज्ञापन देंगे। इसके बाद सरकार के सरंक्षण में प्राईवेट स्कूलों की मनमानियों के खिलाफ अभिभावक पंचायत का आयोजन किया जाएगा। जिला सचिव डॉ० मनोज शर्मा द्वारा संचालित इस मीटिंग में लिए गए निर्णय के तहत सरकार को चेतावनी दी कि अगर पिछले साल व इस साल वसूल की गई गैर-कानूनी फीस को वापस नहीं करवाया तो अभिभावक लोकसभा चुनाव में कोई कड़ा फैसला लेने पर मजबूर होंगे। अभिभावक मंच निजी स्कूलों द्वारा वसूल की जा रही गैर-कानूनी फीसों और सरकार के संरक्षण को लेकर जन-जागरण अभियान भी चलायेगा। मीटिंग में हरियाणा अभिभावक एकता मंच के प्रदेशाध्यक्ष एडवोकेट ओ.पी.शर्मा, संरक्षक सुभाष लांबा व महासचिव कैलाश शर्मा भी विशेष तौर पर उपस्थित थे।
हरियाणा अभिभावक एकता मंच के प्रदेशाध्यक्ष एडवोकेट ओ.पी. शर्मा व महासचिव कैलाश शर्मा ने जिला कार्यकारिणी को संबोधित करते हुए आरोप लगाया कि प्राईवेट स्कूलों को सत्ताधारी पार्टी के नेताओं का संरक्षण प्राप्त है। शिक्षा का पुरी तरह व्यापारीकरण हो गया है। जिसके कारण शिक्षा आम आदमी की पहुंच से बाहर होती जा रही है। फीस एंड फंडस रेगुलेटरी कमेटी की चेयरपर्सन व जिला शिक्षा अधिकारी को अभिभावक लगातार अनाप-शनाप वसूली जा रही फीसों के खिलाफ शिकायतें कर रहे हैं। लेकिन राजनीतिक दबाव के कारण इन स्कूलों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। उन्होंने कहा कि सरकार हरियाणा एजुकेशन एक्ट-1995 एवं शिक्षा नियमावली-2003, सीबीएससी व हुडा के नियमों को लागू करने में पुरी तरह विफल रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा जनता के मुख्य मुद्दों जैसे शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार, मंहगाई को संबोधित करने की बजाय भावनात्मक मुद्दों को उछालकर चुनाव जीतने का प्रयास कर रही है। मंच जन-जागरण अभियान चलाकर जनता के असली मुद्दों को बहस में लाने का काम करेगा। उन्होंने कहा कि मंच फीस एंड फंडस रेगुलेटरी कमेटी की चेयरपर्सन को दो बार मिलने का समय लेनें के लिए पत्र लिख चुका है। लेकिन कोई जबाव भी देना उचित नहीं समझा। इसलिए अब मजबूर होकर अभिभावक 18 अप्रैल को उनके कार्यकाल पर सामूहिक धरना देंगे।
जिला कार्यकारिणी की मीटिंग में एपीजे, एमवीएन, माडर्न स्कूल, मानव रचना, ग्रेंड कोलम्बस, आयशर आदि स्कूलों की पेरेंट्स एसोसिएशन के सदस्यों ने भाग लेकर इन स्कूलों द्वारा की जा रही मनमानी की जानकारी दी।
मीटिंग में धर्मेंद्र कपूर, बीरेंद्र डंगवाल, ज्ञानदेव वत्स, अशोक कुमार, करतार सिंह, रमेश तेवतिया, के.सी. शर्मा, सुमित वशिष्ठ, बी.एस. वृद्वि, गीतांजलि चोधरी, रमन सूद, सावित्री कोहली, कुणाल मलिक, प्रमोद गोयल, अर्चना गोयल, प्रवीण शर्मा, गौरव सिंह, ओ.पी. तोमर आदि उपस्थित थे।