सुप्रीम कोर्ट से आग्रह करता है कि इस तरह के निर्णय लेने से पहले समाज भावनाओ को कद्र की जाये।
CITYMIRRORS-NEWS-पदमावती फिल्म को सुप्रीम कोर्ट द्वारा प्रसारित करने के निर्णय पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा के प्रदेश अध्यक्ष कुंवर उमेश भाटी ने कहा कि वह सुप्रीम कोर्ट के आदेशों का आदर करते है परंतु महासभा व समाज सुप्रीम कोर्ट से आग्रह करता है कि इस तरह के निर्णय लेने से पहले समाज भावनाओ को कद्र की जाये। उमेश भाटी ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने फिल्म की रिलीज पर अपनी सहमति जता दी है परंतु इस फिल्म में समाज को गलत तरीक से पेश किया गया है जिससे की लाखो की संख्या में समाज के लोगो की भावनाओ को ठेस पहुंची है और हमारा विरोध यही है कि इस तरह की फिल्मों को रिलीज ना किया जाये ताकि किसी समाज को ठेस पहुंचे। उन्होंने कहा कि माननीय सुप्रीर्म कोर्ट ने कहा कि अभिव्यक्ति की आजादी को प्रतिबंध नहीं लगा सकते। लेकिन अभिव्यक्ति की आजादी का मतलब यह नही है कि आप किसी भी समाज या किसी भी समाज के इतिहास व धर्म के इतिहास के साथ छेडछाड करे व भावनाओ को ठेस पहुंचाये। अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा लोकतात्रिक तरीके से इस फिल्म का विरोध करेगी और समाज से भी अपील करती है कि सभी 36 बिरादरी के लोग एकजुट होकर इस तरीके फिल्मो का विरोध करें। फिल्म देखने ना जाये ताकि ऐसे फिल्म बनाने वालों को नुकसान व घाटा होगा तो यह आगे कभी किसी समाज को लेकर फिल्म नहीं बनायेंगे। भाटी ने कहा कि इस मामले में एक बडी बैठक का आयोजन जल्द ही किया जायेगा जिसमें आगे की रणनीति तैयार की जायेगी।
उमेश भाटी ने कहा कि भारत में सर्वधर्म के लोग रहते है और सभी के धर्मो की मान मर्यादा है अगर इस फिल्म द्वारा किसी समाज को गलत तरके से प्रस्तुत किया गया है और इसे रिलीज कर दिया गया है तो उन निर्देशको के हौसले और भी मजबूत हो जायेंगे और वह अन्य समाज की भावनाओ से भी खिलवाड करेंगे। इसीलिए हमारा पुन: सुप्रीम कोर्ट से आग्रह है कि वह इस फिल्म को रिलीज ना होने दे ताकि हमारी भावनाओं को ठेस ना पहुंचे और समस्त समाज एकजुट होकर रहे।