मां ने समझा 15-वर्षीय बेटी गर्भवती है निकला कुछ और।
Citymirrors-news– ग्वालियर निवासी 15 वर्षीय कीर्ति (बदला हुआ नाम) 10वीं कक्षा की छात्रा है। अचानक एक दिन उसका उभरा पेट देखकर मां को कुछ अजीब लगा, लेकिन बेटी की परिक्षाओं के चलते वे उसे किसी डॉक्टर के पास नहीं लेकर गए। इस दौरान बच्ची का पेट एक गर्भवती महिला के पेट की तरह दिनोंदिन बढ़ता जा रहा था। जैसे ही कीर्ति के परीक्षा खत्म हुई, कीर्ति को पास ही के सरकारी अस्पताल में लेकर गए। जहां उसका अल्ट्रासाउंड कराया गया और पेट में गांठ बताकर दूसरे अस्पताल में जाने के लिए कहा गया। वहां से वे दिल्ली स्थित अस्पताल आए। जहां उन्हें बताया गया कि बच्ची के पेट में जो गांठ है। वो कैंसर की गांठ है। इस गांठ को निकालने के साथ ही उसकी बच्चादानी निकाल दी जाएगी यह सुनकर कीर्ति के परिजनों के पैरों के नीचे से जमीन खिसक गई। उन्हें अपनी लापरवाही के कारण होने वाली देरी पर भी पछतावा होने लगा। पर उन्होंने ऐसे में भी अपना साहस नहीं छोड़ा और अपनी बेटी को लेकर फरीदाबाद के एशियन अस्पताल पहुंचे।
एशियन अस्पताल के कैंसर सर्जरी विभाग के डॉ. थान सिंह तोमर ने कीर्ति की पुरानी रिपोर्ट देखी और सीटी स्कैन कराने की सलाह दी। सीटी स्कैन की रिपोर्ट में पता चला कि बच्ची के पेट के अंदर ३० सेटीमीटर बडी गांठ है। जो बांये अंडाशय में विकसित हो रही है।
तोमर ने बताया कि कीर्ति का पेट एक गर्भवती महिला के पेट की तरह निरंतर बढ़ता जा रहा था, लेकिन पेट में किसी प्रकार का दर्द व अन्य परेशानी नहीं थी। हमने बच्ची की जांच कराई। तो हमे पता चला कि उसके पेट में बहुत बड़ी गांठ है। इस विशाल गाँठ से पेट के लिवर, आंत आदि सभी अंग काफी समय से वजन से दबे हुए थे और बच्चेदानी से चिपके होने की अवस्था में स्थायी रूप से निसंतानता होने का खतरा भी हो सकता था। इस स्थिति को देखते हुए हमने बच्ची की पेट की सर्जरी करने की सलाह दी। परिजनों से स्वीकृति मिलने के बाद बच्ची की सर्जरी की गई। डॉ. विकास जैन ने बताया कि 3 घंटे की सर्जरी के माध्यम से 7 किलो की गांठ निकाली गई। कीर्ति दबदला हुआ नाम)कम उम्र के कारण यह एक जटिल सर्जरी थी। इस ऑपरेशन के दौरान दूसरे अंडाशय और बच्चेदानी को बिना कोई नुकसान ३० सेंटीमीटर से भी बड़ी गांठ से निजात दिलाई। बच्ची अब बिल्कुल स्वस्थ्य है और भविष्य में वो एक सामान्य जीवन व्यतीत कर सकेगी।