वाईएमसीए विश्वविद्यालय में वार्षिक उत्सव ‘एलीमेंट्स कलमायका’ का रंगारंग आगाज हो गया।
citymirrors-news-वाईएमसीए विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, फरीदाबाद के वार्षिक सांस्कृतिक एवं तकनीकी उत्सव ‘एलीमेंट्स कलमायका-2016’ का आज रंगारंग आगाज हुआ। इस बार उत्सव का विषय वस्तु ‘परिवर्तन’ के तहत मनाया जा रहा है और विद्यार्थियों द्वारा उत्सव में प्रदर्शित किये गये प्रोजेक्ट्स भी इस विषयवस्तु को केन्द्र में रखकर तैयार किये गये है।
उत्सव की शुरूआत विविधत रूप से हवन से हुई, जिसमें कुलपति प्रो. दिनेश कुमार, कुल सचिव डॉ. एस.के. शर्मा के अलावा सभी संकायाध्यक्ष, विभागाध्यक्ष तथा सभी क्लबों के प्रतिनिधि एवं प्रभारी शामिल हुए। इसके बाद, ‘जूम्बा’ इवेंट का आयोजन किया गया। विवेकानंद मंच द्वारा आयोजित यह इवेंट विद्यार्थियों को सबसे पंसदीदा इवेंट रहता है, जिसमें डीजे की संगीत धुनों पर विद्यार्थियों से लेकर अध्यापक और कर्मचारी सभी खुलकर डांस करते है। इनमें विद्यार्थियों ने जमकर मस्ती की और संगीत का लुत्फ उठाया। सांस्कृतिक इवेंट्स को डॉ. सोनिया बंसल व तकनीकी इवेंट्स को डॉ वासुदेव मल्होत्रा की देखरेख में आयोजित किया जा रहा है।
उत्सव का पहला दिन पूरी तरह से ‘सृजन’ क्लब के कला-कृतियों के नाम रहा। वाईएमसीए विश्वविद्यालय को उत्सव के रंग में रंगने में ‘सृजन’ क्लब की लगभग 80 सदस्यीय टीम की कड़ी मेहनत देखते ही बनती थी। विश्वविद्यालय का मुख्य रिसेप्शन विश्व शांति के प्रतीक भगवान गौतम बुद्ध की प्रतिमा को प्रदर्शित किया गया। इसके साथ ही ऑरिगेमी तकनीक के द्वारा कागज से बनी कृतियां भी केन्द्र बिन्दू है, जिसमें गोकू व पोकमैन के किरदार प्रमुख रहे। मुख्य द्वार से लेकर प्रशासनिक खण्ड तक कैनवस पेंटिंग को सजाया गया है। कार्टून व गेमिंग किरदार ‘एंग्री बर्ड’ को खूबसूरती के साथ मुख्य स्थलों पर रखा गया है। सेल्फी को लेकर विद्यार्थियों में दिलचस्पी के मद्देनजर अलग-अलग जगह पर सेल्फी प्वाइंट्स भी बनाये गये है, जिसका विद्यार्थी खूब लुत्फ उठा रहे है। सृजन क्लब द्वारा लगाई गई अंतरंग कला प्रदर्शनी में इंजीनियरिंग के विद्यार्थियों की रचनात्मक सोच की झलक देखने को मिलती है। इस प्रदर्शन में लगाई गई कृतियांे को चारकोल एवं स्केच से बनाया गया है। प्रदर्शनी मुगल, मधुबनी तथा अमूर्त चित्रकारी का अनूठा संगम देखने को मिलता है। इंजीनियरिंग पृष्ठभूमि से संबंध रखने के बावजूद विद्यार्थियों की कला के प्रति रचनात्मक सोच देखते ही बनती है। विभिन्न विषयों को लेकर दिवारों पर बनाई गई ग्रैफिटी पेंटिंग्स उत्सव को आकर्षक बना रही है। लाल चौक पर जर्जर पड़े पेड़ के तने को विद्यार्थियों ने अपनी रचनात्मकता दिखाते हुए ‘हेटमैन’ में इस तरह तबदील कर दिया, मानो यह अभी बोल उठे।
उत्सव में पहले दिन 11 तकनीकी प्रतिस्पर्धी प्रतियोगिताएं आयोजित की गई। इनमें रोबोट आधारित इवेंट में ‘ग्रेंड प्रिक्स’ व रोबोवार मुख्य आकर्षण का केन्द्र रही। कम्प्यूटर कोडिंग आधारित इवेंट ‘कोडवार’ व ‘गोल्फ कोड’ में भी प्रतिभागियों की दिमागी कसरत देखने को मिल रही है। स्टैंड-अप कॉमेडी पर आधारित ‘हास्यरस’ इवेंट ने विद्यार्थियों को खूब गुदगुदाया।
पहले दिन सांस्कृतिक संध्या में ‘बेटल आफ बैंड्स’ मुख्य आकर्षण रहा, जिसमें विश्वविद्यालय के अलावा विभिन्न शिक्षण संस्थानों के बैंड्स ने हिस्सा लिया। भूतपूर्व छात्रों और फैकल्टी सदस्यों के बीच मनोरंजक गीत-संगीत का कार्यक्रम ‘जश्न-ए-खास’ भी पहले दिन सांस्कृतिक संध्या का मुख्य आकर्षण रहा।