भाजपा ने नौकरियों के नाम पर प्रदेश के पढ़े-लिखे युवाओं को छलने का काम किया। भूपेंद्र सिंह हुड्डा
Citymirrors.in-हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने भाजपा सरकार पर बड़ा हमला बोलते हुए कहा कि भाजपा ने नौकरियों के नाम पर प्रदेश के पढ़े-लिखे युवाओं को छलने का काम किया है, जहां कांग्रेस सरकार में 10वीं-12वीं पास को चपरासी व ग्रुप फोर की नौकरी दी जाती थी परंतु आज खट्टर सरकार पारदर्शिता के नाम पर एमए, एमबीए, एमए/बीएड जैसे सुशिक्षित युवाओं को चपरासी के पद पर बिठाकर उन्हें अपमानित करने का काम कर रही है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2011-12 में जहां प्रदेश में बेरोजगारी दर 2.8 प्रतिशत थी वहीं भाजपा सरकार में बेरोजगारी दर बढक़र 8.8 पहुंच गई है। भाजपा सरकार ने सत्ता में आने के बाद बेरोजगारों को 9 हजार रुपये प्रतिमाह बेरोजगारी भत्ता देने का वायदा किया था परंतु बेरोजगारी भत्ते का इंतजार करते-करते पांच साल बीत गए, बेरोजगारों को कोई भत्ता नहीं तो नहीं मिला लेकिन आज युवा व्हटअप व फेसबुक को देखकर अपना समय काटने को मजबूर है। श्री हुड्डा रविवार को मैगपाई पर्यटन स्थल पर 18 अगस्त को रोहतक के मेला ग्राउंड में आयोजित होने वाली परिवर्तन महा रैली की सफलता को लेकर आयोजित कांग्रेस कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर तिगांव विधानसभा क्षेत्र के विधायक ललित नागर, पूर्व मुख्य संसदीय सचिव कुमारी शारदा राठौर, पूर्व विधायक रघुबीर सिंह तेवतिया, पूर्व मंत्री महेंद्र प्रताप के सुपुत्र विजय प्रताप, वरिष्ठ कांग्रेसी नेता लखन सिंगला, पूर्व चेयरमैन अब्दुल गफ्फार कुरैशी, प्रो. रतिराम, गुलशन बगगा, पूर्व महापौर अशोक अरोड़ा, पूर्व वरिष्ठ उपमहापौर मुकेश शर्मा, राजेंद्र भामला, युवा कांग्रेस के जिलाध्यक्ष तरुण तेवतिया, महेश नागर, पूर्व पार्षद योगेश ढींगड़ा, जगन डागर, नीरज शर्मा, एनएसयूआई जिलाध्यक्ष कृष्ण अत्री, विकास नंबरदार आदि मुख्य रुप से मौजूद थे। कार्यकर्ता सम्मेलन में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री हुड्डा ने कहा कि बीते लोकसभा चुनाव राष्ट्रवाद और मोदी लहर का चुनाव था, जबकि हरियाणा के मुद्दे अलग है, इसलिए अब जनता को कांग्रेस के दस वर्षाे के शासनकाल और भाजपा के पांच सालों के शासनकाल के बीच फैसला करना है। उन्होंने आंकड़े प्रस्तुत करते हुए कहा कि हरियाणा पर 1966 से लेकर 2014 तक हरियाणा प्रति व्यक्ति आय व निवेश के मामले में नंबर वन पर था, जबकि भाजपा सरकार में आज हरियाणा प्रति व्यक्ति आय में 14वें स्थान पर पहुंच गया है। उन्होंने कहा कि जब उन्होंने वर्ष 2014 में सत्ता छोड़ी थी तो हरियाणा पर 66 हजार करोड़ का कर्जा था परंतु 5 सालों के दौरान हरियाणा पर आज एक लाख 70 हजार करोड़ का कर्जा हो गया है, यानी आज अगर प्रदेश में कोई बच्चा पैदा होता है तो वह अपने ऊपर 71 हजार रुपये का कर्जा लेकर पैदा होता है। ऐसा तब है, जब इस पांच सालों के दौरान न तो कोई मैट्रो परियोजना चलाई गई और न ही कोई बड़ी विकास की परियोजना का ही शुभारंभ हुआ। उन्होंने कहा कि आज किसान सरकार की नीतियों के चलते खासा परेशान है, उसे उसकी फसल का उचित मूल्य नहीं मिल रहा। आज किसानों के लिए फसल पर लागत ज्यादा हो गई, जबकि मुनाफा कम हो गया है। कांग्रेस सरकार में खाद का कट्टा 800 रुपये का था जो कि बढक़र अब 1400 रुपये का हो गया है। वहीं कांग्रेस सरकार ने दस वर्षाे के दौरान प्रदेश के करीब 3 लाख 82 हजार गरीब लोगों को 100-100 वर्ग गज के प्लाट देने का काम किया था परंतु भाजपा ने पांच सालों के दौरान एक भी प्लाट किसी गरीब को नहीं दिया। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने प्रदेश में कानून व्यवस्था पर भाजपा सरकार को घेरते हुए कहा कि आज प्रदेश में जंगलराज कायम है, सरकार नाम की कोई चीज नहीं है। औसतन हर रोज तीन हत्याएं व चार बलात्कार हो रहे है, आम आदमी अपनी सुरक्षा को लेकर चिंतित है। भ्रष्टाचार पर बोलते हुए हुड्डा ने कहा कि पारदर्शिता के नाम पर इस सरकार में भ्रष्टाचार का बोलबाला है, कहीं माईनिंग तो कहीं बिजली मीटर की लूट के ना पर घोटाले किए जा रहे है। सरकार ने जनता से जो 154 वायदे किए थे, उन्हें पूरा नहीं किया। हुड्डा ने मंच से ‘खट्टर सरकार एक धोखा है, हरियाणा बचा लो एक मौका है’ का नारा देते हुए कहा कि रोहतक में 18 अगस्त को परिवर्तन महा रैली का आयोजन का मुख्य उद्देश्य इस जनविरोधी खट्टर सरकार को उखाडऩे का बिगुल बजाया जाएगा, जिसकी गूंज पूरे हरियाणा में होगी। इस अवसर पर सभी कांग्रेसियों ने एकजुट होकर श्री हुड्डा को विश्वास दिलाया कि फरीदाबाद से हजारों कांग्रेसी कार्यकर्ता परिवर्तन महा रैली में शामिल होकर खट्टर सरकार को उखाडऩे के लिए आयोजित यज्ञ में अपनी आहुति डालेंगे। इस अवसर पर सुषमा यादव, सुनील भाटी चेयरमैन, युद्धवीर झा, बाबूलाल रवि, लक्ष्मण चेयरमैन, सैय्यद रिजवान आजमी, ब्रहम प्रधान, सुंदर नेताजी, मुकुटपाल चौधरी सहित अनेकों कांग्रेस कार्यकर्ता मौजूद थे।