संत ब्रिज मोहन लाल स्कूल अनंगपुर मे आपदा से निपटने के गुण सीखने के लिये कई टिप्स दिए गए।
Citymirrors.in-संत ब्रिज मोहन लाल स्कूल अनंगपूर मे आज आपदा से निपटने के गुण सीखने के लिये कई टिप्स दिए गए। इस कार्यशाला मे 1500 के करीब स्टूडेंटऔर80 अध्यापकों ने बड़े उत्साहपूर्वक भाग लिया । आपदा प्रबंधक टीम के प्रमुख नकुल तरुण ने बताया कि जरुरत है हमें ऐसा माहौल बनाने की जहाँ प्रत्येक बच्चा असुरक्षा और शारीरिक खतरे के माहौल से आजाद होकर एक स्तरीय शिक्षा पाए। वहीं बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कड़े नियम कानून बनाये जाएँ.ये सुनिश्चित करने की जरूरत है कि बच्चों के लिए सुरक्षा के पैमाने दुनिया के सर्वोच्च सुरक्षा पैमानों की बराबरी के हों.और साथ ही यह भी कि हम सिर्फ नियम बनाकर ही न रुक जाएँ, बल्कि उन सुरक्षा नियमों की कड़ाई से पालन सुनिश्चित किया जाए. नकुल ने संबोधन करते हूए कहा बच्चों के माता पिता और इनके असोसिएशन से आग्रह करूँगा कि वे अपने बच्चों के स्कूलों में मौजूद सुरक्षा व्यवस्थाओं की गंभीरता से जांच करें और ये सुनिश्चित करने का प्रयास करें कि स्कूल में डिजास्टर मैनेजमेंट प्लान हो। और ऐसे आपदा प्रबंधक जैसे कार्यक्रम करते रहे। ताकि शिक्षक और बच्चे किसी भी इमरजेंसी से निपटने के लिए सक्षम रहें. आखिरकार यह हमारे बच्चों के जीवन का सवाल है और हम इस मामले में कोई कोताही बर्दाश्त नहीं कर कर सकते.
भूकंपीय खतरे के मानचित्र के अनुसार, फरीदाबाद की पहचान भूकंपीय क्षेत्र IV में की गई है, जिसका अर्थ है कि यह क्षेत्र “हाई डैमेज रिस्क ज़ोन” के अंतर्गत आता है, जहाँ तीव्रता VIII का भूकंप आ सकता है। यदि कोई आपदा, मुख्य रूप से भूकंप और आग दिन के समय में आती है, तो यह देखा गया है कि मरने वाले बच्चों का प्रतिशत असुरक्षित वातावरण और बिना मान्यता वाले स्कूलों के कारण कहीं अधिक है। हाल के दिनों में, सरकार ने स्कूल में आपदा जोखिम में कमी के पहलुओं को गंभीरता से लिया है। इसलिए, क्षेत्र की सुरक्षा और जोखिम को ध्यान में रखते हूए स्कूल प्रशासन ने अमूल्य बच्चों के जीवन को बचाने के लिए भारत सरकार के दिशानिर्देशों के अनुरूप स्कूल सुरक्षा कार्यक्रम को लागू करने का निर्णय लिया। आपदा प्रबंधन योजना (एस.डी.एम.पी) को विकसित करने और इसे स्कूल में लागू करने मे एक्सपर्ट है। इस मौके पर प्रिंसिपल डॉ एस एस वशिष्ठ ने बताया , टीमें और कार्य बल किसी भी आपदा के मामले में अपनी जिम्मेदारियों को निष्पादित करने के लिए प्रशिक्षित हैं। आज मॉक एक्सरसाइज कम अवेयरनेस प्रोग्राम को संयुक्त रूप से स्कूल के प्रशिक्षित स्कूल डिजास्टर मैनेजमेंट टीम (आपदा प्रबंधन विभाग) और जोन 4 सॉल्यूशंस के प्रतिनिधियों ने तैयारियों की जांच के लिए एक अभ्यास कार्यशाला आयोजित किया था। जिसमे स्कूली बच्चों ने और स्टाफ ने रुचि पूर्वक भाग लिया। आज यहां से जो भी टिप्स हम सिख कर जाएंगे वो स्कूल के साथ ही घर में और सड़क पर चलते समय कभी भी जरूरत पड़ने पर उस टिप्स को लोगों की भलाई के लिये इस्तेमाल करेंगे।