18 अगस्त तक सरकार ने आइएमए की मांगों पर विचार नहीं किया तो इसके बाद अल्टीमेटम देकर राष्ट्रव्यापी आंदोलन तेज किया जाएगा।
CITYMIRRORS-NEWS-इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आइएमए) के आह्वान पर मंगलवार को जिले के करीब 400 डॉक्टरों के दिल्ली में रैली में शामिल होने के लिए चले जाने से यहां निजी अस्पतालों की ओपीडी ठप रही। इससे रोजाना निजी अस्पतालों की ओपीडी में पहुंचने वाले 15 हजार से अधिक मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ा। बहुत से लोगों को ओपीडी बंद रहने की जानकारी नहीं थी, इसलिए वो इलाज के लिए आ तो गए, लेकिन डॉक्टरों के न मिलने पर निराश लौटना पड़ा। हालांकि आपातकालीन सेवाएं जारी रहीं। वैसे सभी सरकारी अस्पतालों तथा डिस्पेंसरियों में आम दिनों की तरह ओपीडी तथा आपातकालीन विभाग में सेवाएं दी जाती रहीं। एक तरफ गर्मी का प्रकोप तो वहीं हड़ताल के असर के चलते सरकारी अस्पताल में मरीजों की संख्या अधिक रही। वहीं मांगों को लेकर दिल्ली रैली में पहुंचे डाक्टर : फरीदाबाद से बसों तथा निजी वाहनों से लगभग 400 निजी डॉक्टर राजघाट, दिल्ली की ओर रवाना हुए।। राजघाट से इंदिरा गांधी इनडोर स्टेडियम में पहुंच कर सभा की। आइएमए के राष्ट्रीय डॉ.केके अग्रवाल और डॉ.विनय जिंदल ने रैली को संबोधित किया। फरीदाबाद के आइएमए के प्रधान सुरेश अरोड़ा ने बताया कि शहर के करीब 8 जगहों से बसों में बैठकर डॉक्टर्स दिल्ली में पहुंचे। और राजघाट से इंदिरा गांधी इनडोर स्टेडियम तक वे पदयात्रा करने के बाद केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा को ज्ञापन सौंपा। प्रधान सुरेश अरोड़ा ने बताया कि डॉक्टरों के साथ हो रही हिंसा व उनके साथ हो रही मारपीट के खिलाफ केंद्र सरकार द्वारा वॉयलेंस अगेंस्ट डॉक्टर एक्ट बनाकर सख्ती से लागू करवाना है। वहीं आज की रैली में तय किया गया कि 18 अगस्त तक सरकार ने आइएमए की मांगों पर विचार नहीं किया तो इसके बाद अल्टीमेटम देकर राष्ट्रव्यापी आंदोलन तेज किया जाएगा।