ईट बनाने की नई तकनीक विकसित।
CITYMIRRORS-NEWS-केंद्रीय भवन अनुसंधान संस्थान द्वारा डिजाइन ऑफ हाई ड्राफ्ट ब्रिक किल्न की प्रौघोगिक विकसित की है। तकनीक को आज हस्तांतरित किया गया। है इस अवसर पर संस्थान के निदेशक डॉ एन गौपालकृष्णन ने बताया कि यह तकनीक ईटों और टाइलों के कुशल निर्माण के लिए सहायक साबित होंगी । संस्थान द्वारा विकसित यह ईट भट्ठा मूल रुप से बिना आर्क का ऊपर से भरे जाने वाला तथा कोयले से चलने वाला एक निरंतर भट्ठा है। भट्ठे की उच्च तापीय क्षमता कम कर देती है। संस्थान में शुक्रवार को आयोजित उद्योग तकनीक हस्तांन्तरण के अवसर पर डिजाइन ऑफ हाई ड्राफ्ट ब्रिज किल्न के विषय में जानकारी देते हुए संस्थान निदेशक डॉ एन गोपालकृष्ण ने बताया कि इसमें ग्रेड 1श्रेणी की ईट का निर्माण 15-20 प्रतिशत तक अधिक है। इस भट्टों में प्रति 1000ईटों में मात्र 100 से 120 किलोग्राम कोयले की खपत होती है। जोकि बुल भट्टों के 160 से 180 किलोग्राम कोयले की खपत की तुलना में बहुत कम है। इस अवसर पर संस्थान के डॉ एके मिनोचा मुख्य वैज्ञानिक तथा मैसर्स पोल्यूशन कांसलटेंट इंजिनियर फरीदाबाद के प्रबंध निदेशक जेपी सिंगल के साथ साथ संस्थान की और से डॉ अतुल कुमार अग्रवाल डॉ एलपी सिंह डॉ रजनी लखानी सौमित्र मैती आदि मौजूद रहे।