City mirror.in- आम आदमी पार्टी बडखल विधानसभा अध्यक्ष धर्मबीर भड़ाना ने कहा कि बडख़ल विधानसभा क्षेत्र में भाजपा दो फाड़ हो चुकी है। भाजपा के दो गुट बन चुके हैं एक स्थानीय विधायिका के समर्थन में है, जो उनके लिए टिकट मांग रहा है। वहीं, दूसरी ओर भाजपा का ही एक गुट स्थानीय विधायक के खिलाफ मोर्चा खोले खड़ा है और मांग कर रहा है कि स्थानीय विधायिका की टिकट काटकर किसी भी अन्य कार्यकर्ता को टिकट दे दी जाए। इससे साफ जाहिर है कि स्थानीय विधायक के पिछले 5 साल के कार्यकाल से न केवल आम जनता बल्कि स्वयं भाजपा के कार्यकर्ता भी दुखी हैं। धर्मबीर भड़ाना सोमवार को एसजीएम नगर में डोर-टू-डोर कर रहे थे। जहां पर उन्होंने लोगों से मिलकर आम आदमी पार्टी के समर्थन में वोट मांगे और पार्टी की नीतियों से अवगत कराया। अपने डोर-टू-डोर कार्यक्रम के दौरान भड़ाना ने कहा कि प्रदेश में आने वाला समय आम आदमी पार्टी का है। कांग्रेस पार्टी जहां आपसी गुटबाजी का शिकार हो चुकी है, वहीं इनेलो भी आपस में बंट गइ है। ऐसे में लोगों को केवल आम आदमी पार्टी की एकमात्र विकल्प नजर आ रही है, जो जमीन पर काम करने में विश्वास करती है। आम आदमी पार्टी, भाजपा की तरह लोगों को झूठे वादों और लॉलीपोप नहीं देती। भड़ाना ने कहा कि आम आदमी पार्टी घर-घर जाकर भाजपा की जन विरोधी नीतियों की पोल खोलेगी और दिल्ली में पार्टी द्वारा किए गए बिजली-पानी, किसान-जवान, शिक्षा-स्वास्थ्य के क्षेत्र में अभूतपूर्व कार्यों से जनता को अवगत कराएंगे। उन्होंने कहा कि भाजपा के कार्यकाल को 5 साल होने वाले है, लेकिन आज तक खट्टर सरकार ने अपना एक भी वायदा पूरा नही किया है। बडख़ल विधानसभा क्षेत्र के हालात सबके आगे हैं, थोड़ी सी बारिश में शहर का बुरा हाल हो जाता है। लोग मूलभूत सुविधाओं को तरस रहे हैं। सडक़, सीवर, बिजली, पानी, शिक्षा एवं स्वास्थ्य सभी का बुरा हाल है। भाजपा स्मार्ट सिटी की बात करती है, मगर वास्तविकता लोगों के सामने है। उन्होंने कहा कि आज लोग बिजली-पानी को तरस रहे हैं और कोई प्रदर्शन करता है, तो उसे जेल करवा दिया जाता है। ऐसे माहौल में लोग भयभीत हैं और अपनी समस्याओं तक को कहने से डर रहे हैं। धर्मबीर भड़ाना ने कहा कि पार्टी का डोर-टू-डोर अभियान लगातार 7 दिनों से जारी है। सुबह-शाम पार्टी के कार्यकर्ता कॉलोनियों एवं टाउन में जाकर लोगों से सम्पर्क कर रहे हैं। डोर-टू-डोर कैंपने में उनके साथ उपाध्यक्ष राजूद्दीन, निरंकार सिंह, मंजीत सैनी, कुलदीप चावला, हैप्पी, एडवोकेट डी एस चावला, सुबेदार सत्तार, सुबेदार सोहनराज, जगत बंधु, माधव झा, करतार, लखन, एमपी, चंदन सिंह, मुकेश यादव, सुभाष बोस, ऋतु कौर सहित अनेक कार्यकर्ता मोजूद रहे।