भ्रष्टाचार के मामले को उजागर किया, तो बदले में खानी पड़ी गोली।
CITYMIRRORS-NEWS-सरपंच के भ्रष्टाचार के मामले को उजागर करना उस समय मंहगा पड़ा जब सरपंच व उसके साथियों ने दूसरे पक्ष के लोगों के साथ मारपीट कर गोलियां मार दी, जिससे एक व्यक्ति की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि तीन अन्य घायल हो गए। मृतक व घायल हुए व्यक्ति सरपंच के खिलाफ भ्रष्टाचार को उजागर करवाने वालों के परिवार के ही है। पुलिस ने मृतक के भाई की शिकायत पर सरपंच सहित 12 के खिलाफ हत्या सहित विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। सदर थाना के गदपुरी नाका प्रभारी जस्वीर ने बताया कि गांव मांदकौल निवासी जगवीर ने पुलिस को दी अपनी शिकायत में कहा है कि गांव के वर्तमान सरपंच राजेंद्र उर्फ लीलू प्रसाद ने गांव की गौचरण भूमि को आवंटन करके गरीब लोगों से रुपये हड़पने का घपला कर रखा था। जिसकी शिकायत गांव निवासी ललित व वासुदेव ने जिला उपायुक्त को दी हुई थी। जिला उपायुक्त द्वारा इसकी जांच कराई गई और जांच में दोषी पाए जाने पर उपायुक्त ने सरपंच राजेंद्र को तुरंत प्रभाव से निलंंबित कर दिया था। राजेंद्र ने उसी बात की रंजिश पाल रखी थी। गुरूवार की सुबह सरपंच पक्ष व शिकायतकर्ता पक्ष पृथला के विधायक टेकचंद शर्मा के कार्यालय पर गए थे, जहां विधायक ने दोनों की सुलह कराने की बात की, लेकिन बात सिरे नहीं चढ़ सकी। जिसके बाद दोनों पक्ष वहां से अपने घरों को निकल पड़े। इसी दौरान सरपंच पक्ष के लोगों ने शिकायतकर्ता ललित व वासुदेव को जान से मारने की धमकी दी थी। गुरूवार की शाम करीब सात बजे वासुदेव के घर पर दुर्गादत्त, हरीश, सुखदेव व विष्णु बैठ हुए आपस में बात कर रहे थे। उसी दौरान निलंबित सरपंच राजेंद्र उर्फ लीलू प्रसाद व उसके साथियों ने लाठी-डंडा, सरिया, बंदुक, देशी कट्टा व कुल्हाडी से लैश होकर वासुदेव के घर पर हमला कर दिया। आरोपियों ने वहां बैठे दुर्गादत्त की छाती में व तरुण को गोली मार दी और सुखदेव व विष्णु को लाठी, डंडों, सरियों व कुल्हाड़ी से पीटकर घायल कर दिया। झगड़े का शोर सुनकर आसपास के लोग मौके पर पहुंचे तो आरोपी बंदूक व बाइक को छोडकऱ फरार हो गए। ग्रामीण घायलों को उपचार के लिए अस्पताल ले गए, जहां चिकित्सको ने दुर्गादत्त को मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने पीडि़त कि शिकायत के आधार पर आरोपियों के खिलाफ हत्या सहित विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है।