फरीदाबाद में ही छिपता घूम रहा था। आरोपी
CITYMIRRORS-NEWS-सेक्टर-59 लोहा मंडी में 5 अप्रैल की रात दंपती मिट्ठू और सरिता को चाकू से गोदकर हत्या करने और उनकी बेटी परविता पर जानलेवा हमले का आरोपी अंशू सीआइए डीएलएफ क्राइम ब्रांच पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी को पुलिस ने बल्लभगढ़ से गिरफ्तार किया है। उसे पकड़ने के लिए पुलिस लगातार प्रयास कर रही थी। डीएलएफ क्राइम ब्रांच प्रभारी नवीन कुमार ने बताया कि अंशू को पकड़ने के लिए वह टीम के साथ उसके मूल निवास गांव खरूही, चित्रकूट (उत्तर प्रदेश) तक गए थे। वहां अंशू के माता-पिता ने बताया कि वह काफी दिनों से नहीं आया। उसके बारे में उन्हें केवल इतना पता था कि वह फरीदाबाद में है। अब आरोपी ने पुछताछ में बताया है कि वह चित्रकूट गया ही नहीं बल्कि फरीदाबाद में ही छिपता घूम रहा था। पुलिस ने बताय कि आरोपी अंशू कबाड़ बीनने का काम करता है। वह न तो मोबाइल रखता है और न ही उसकी कोई फोटो थी। पुलिस को उसके कमरे से मिली एक डायरी से उसके मूल निवास का पता चला था। किसी के पास भी उसके बारे में पुख्ता जानकारी नहीं थी। ऐसे में उसे ढूंढना पुलिस के लिए बेहद जटिल साबित हो रहा था। शुरू में पुलिस को एक फोटो कहीं से मिला था, जिसे अंशु का फोटो बताया गया। उसी के आधार पर पुलिस आरोपी की तलाश कर रही थी। चित्रकूट जाने पर पुलिस को एक फायदा यह हुआ कि आरोपी का फोटो और आधार कार्ड पुलिस को वहां से मिल गया। वहां से मिले फोटो को देखने के बाद पुलिस को पता चला कि वह किसी अन्य की फोटो से आरोपी की तलाश कर रही थी।यह है पूरा मामला : सेक्टर-59 लोहा मंडी में खाली पड़ी दुकानों में मिट्ठू अपनी पत्नी सरिता, बेटी परविता और दो बेटों के साथ रहता था। वह मजदूरी करता था। अंशू भी खाली पड़ी एक दुकान में रह रहा था। 5 अप्रैल की शाम मिट्ठू काम पर गया हुआ था। किसी बात को लेकर अंशू ने मिट्ठू के बेटे को थप्पड़ मार दिया था। इस बारे में बात करने के लिए जब सरिता अंशू के पास गई तो उसने उसे भी पीटकर भगा दिया। देर शाम मिट्ठू वापस लौटा तो सरिता ने उसे सारी बातें बताई। इस बारे में बात करने के लिए जब अंशू मिट्ठू के घर गया तो उसने उस पर मीट काटने वाले चाकू से हमला कर दिया। इसके बार सरिता पर भी उसने हमला किया और दोनों को मौत के घाट उतार दिया। पीछे आई परविता को भी उसने चाकू मारकर घायल कर दिया और फरार हो गया। पुलिस ने उससे हत्या में प्रयुक्त चाकू बरामद कर लिया है। आरोपी को एसआइ यादराम, जमील, एएसआइ अश्वनी, असरु और मुख्य सिपाही दीपक की टीम ने पकड़ा है।