तुलसी विवाह के दिन व्रत रखने का बड़ा ही महत्व है। मदन पुजारा
CITYMIRRORS-NEWS-अशोका इन्केलव स्थित देवस्थल मंदिर में तुलसी विवाह समारोह का आयोजन किया गया। समारोह में मुख्य रूप से देवभूमि स्थल मंदिर के अध्यक्ष मदन पुजारा, एल आर गोयल, नरेश वांचु, दीपक शर्मा, सुशील बुद्धिराजा, बलबीर सिंह, अनिल पण्डित जी, मदन पण्डित जी, मुकेश पण्डित जी, योगिता पुजारा, सुमन शर्मा, रेनू त्रेहन ने संयुंक्त रूप से तुलसी विवाह पर आयोजित पूजा पाठ में बढ़चढ कर हिस्सा लिया और तुलसी विवाह की सभी रीत रिवाजों में हिस्सादारी लेते हुए विवाह सम्पन्न करवाया।इस अवसर पर अध्यक्ष मदन पुजारा ने कहा कार्तिक महीने की देवउठनी एकादशी को पूरे चार महीने तक सोने के बाद जब भगवान विष्णु जागते हैं तो सबसे पहले तुलसी से विवाह करते हैं भगवान विष्णु को तुलसी बहुत प्रिय हैं और केवल तुलसी जल अर्पित करके श्रीहरि को प्रसन्न किया जा सकता है जो लोग तुलसी विवाह संपन्न कराते हैं उनको वैवाहिक सुख मिलता है। इस मौके पर पुजारा ने कहा कि देवस्थल मंदिर समिति हर वर्ष तुलसी विवाह के अवसर पर एक गरीब कन्या का विवाह भी अपने खर्चे पर करवायेगा साथ ही समिति द्वारा धर्मार्थ चिकित्सा केन्द्र (फिजियोथेरेपी) प्रांरभ किया जायेगा। उन्होने कहा कि तुलसी विवाह के दिन व्रत रखने का बड़ा ही महत्व है। इस दिन श्रद्धा.भक्ति और विधिपूर्वक व्रत करने से इस जन्म के साथ.साथ पूर्वजन्म के भी सारे पाप मिट जाते हैं और उसे पुण्य की प्राप्ति होती है।