तड़के सर्वोदय हॉस्पिटल-सेक्टर-19 में लगी आग, बड़ा हादसा टला।
CITYMIRRORS-NEWS-मंगलवार की सुबह सेक्टर -19 स्थित सर्वोदय हॉस्पिटल के एसी में शॉट सर्किट के कारण भयंकर आग लग गई। आग लगने की जानकारी मिलते ही हॉस्पिटल में अफरा तफरी मच गई । आनन फानन में मरीजों को बाहर निकालने में हॉस्पिटल स्टाफ जुट गया। मौके पर एक मरीज के परिजन ने बताया कि आग लगने की खबर को अस्पताल प्रशासन ने पहले तो हल्के में लिया। लेकिन जब लोगों ने हाॅस्पिटल स्टाफ को इसे गंभीरता से लेने को कहा तब जाकर अस्पताल कर्मचारी हरकत में आए। ग्राउंडफ्लोर पर ओपीडी में लगे एसी में शॉट सर्किट से आग लगने के बाद करीब -27 मरीजों को आनन फानन में बाहर निकाला गया। वहीं इस हादसे के दौरान सात डॉक्टर ड्यूटी पर तैनात थे। एक चश्मदीद की मानें तो वह अपने बेटे के ईलाज करवानें के लिए सर्वोदय अस्पताल में आए थे और वह अस्पताल में सोफे पर लेटे हुए थे। तभी देखा कि एक बंद दरवाजे वाले एक कमरे से धुंआ निकल रहा था, इसके कुछ मिनटों के बाद ही धीरे -धीरे धुआ तेजी से फलने लगा। वहीं अस्पताल के प्रांगण में अफरा तफरी का माहौल बन गया। लोगों ने बताया कि जब अस्पताल में आग लगी, उस वक़्त रात के करीब ढाई बज रहे थे और उस वक़्त अस्पताल में जायदात्तर मरीज अपने -अपने बेड पर सो रहे थे। सर्वोदय अस्पताल में सोहित ने बताया कि कमर दर्द की तकलीफ होने पर उनके पिता देवी प्रसाद ने जब धुआ देखा तो चिल्ला-चिल्ला कर सुरक्षा कर्मियों और स्टाफ को जगाया तो आग बुझाने का काम शुरू किया गया। अग्निशमन विभाग की गाड़ियां आने से पहले से अस्पताल प्रबंधन के अग्नि सुरक्षा कर्मचारी तथा आस-पड़ोस के लोग आग पर काबू पाने में जुट गए थे। वहीं कुछ प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि कई लोगों ने 100 पुलिस कंट्रोल रूम तथा अग्निशमन विभाग 101 पर फोन किया था। लेकिन फोन करने के काफी देर तक अग्निशमन विभाग की गाड़ियां नहीं आईं थीं। अस्पताल के अग्नि सुरक्षा कर्मचारियों तथा लोगों ने ही हिम्मत करके आग बुझाने का प्रयास किया। आसपास के लोगों ने पानी भरी बाल्टियां लाकर आग को बुझाने का प्रयास किया।बाद में अग्निशमन विभाग की गाड़ियां आ गईं तो आग पर काबू पा लिया गया। समय पर आग पर काबू पाने के चलते अस्पताल में भर्ती सभी मरीजों को सुरक्षित निकाल लिया गया ।वहीं पास ही अपने घर के बाहर सोने वाले एक युवक ने बताया कि उन्हें कुछ आवाजें सुनाई दी तो दरवाजा खोल कर बाहर आ गया देखा तो अस्पताल में आग लगी हुई थीं। मैंने सबसे पहला फोन तड़के 2: 48 बजे पुलिस को किया। फोन नहीं उठाया गया, फिर 3:01 बजे पर किया। इसके बाद 3:03 पर अग्निशमन विभाग को फोन किया। किसी ने फोन नहीं उठाया। थोड़ी देर बाद बातचीत हो पाई। बाद में 3:20 पर अग्निशमन कर्मचारी मौके पर पहुंच थे। दूसरी गाड़ी 3:35 बजे तथा तीसरी गाड़ी 4 बजे पहुंची थी। करीब 4:30 बजे आग पर पूरी तरह काबू पा लिया गया था।