फरीदाबाद में जैविक कूड़े से बनेगी गैस और खाद, होगा मिड डे मिल व पार्कों में इस्तेमाल
CITYMIRRORS-NEWS- वेस्ट मैनेजमेंट किसी भी शहर को स्वच्छ और स्मार्ट बनाने के लिए सबसे ज़्यादा अहमियत रखता है , जिसके लिए पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप बेहद ज़रूरी है । ये विचार कैबिनेट मंत्री विपुल गोयल ने सेक्टर 13 स्थित इंडियन ऑयल रिसर्च एवं डेवलेपमेंट सेंटर में बायो मिथेनिशन प्लांट के लिए एमओयू साइन करने के समारोह में व्यक्त किए जहाँ इंडियन ऑयल, हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण, नगर निगम फरीदाबाद, ईकोग्रीन और एस्कॉन कंपनी के बीच एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए । इंडियन ऑयल की तरफ से सीएसआर फ़ंड से 3 करोड़ की लागत से ये प्लांट लगाया जाएगा जो मार्च 2019 तक बनकर तैयार हो जाएगा । इस प्लांट के लिए हुडा ने ज़मीन उपलब्ध करवाई है । प्लांट को 3 साल तक चलाने के बाद सही स्थिति में नगर निगम फरीदाबाद को सौंप दिया जाएगा । इस बायो मिथेनेशन प्लांट से हर रोज़ कऱीब 18 सिलेंडर गैस बनेगी जिसे एस्कॉन कंपनी को मुफ़्त सप्लाई किया जाएगा जो फरीदाबाद के 60 हज़ार स्कूली बच्चों के लिए मिड डे मिल बनाती है । साथ ही इस प्लांट में रोज़ाना 5 टन जैविक कूड़े से साढ़े तीन से चार टन कम्पोस्ट खाद भी तैयार होगी जिसे पार्कों में इस्तेमाल के लिए हुडा को सप्लाई किया जाएगा । इस मौके पर विपुल गोयल ने कहा कि पर्यावरण को बचाने के लिए इस तरह की पहल का सभी को अनुसरण करना चाहिए । विपुल गोयल ने ईको ग्रीन कंपनी को जैविक कूड़े को अलग से इकठ्ठा करने के लिए नियमित रूप से ज़रूरी कदम उठाने के भी निर्देश दिए । साथ ही किचन से निकलने वाले जैविक कूड़े के कलेक्शन में सहयोग के लिए विपुल गोयल ने सभी आरडब्ल्यूए और आम लोगों से भी सहयोग की अपील की । विपुल गोयल ने कहा कि 5 जून को पर्यावरण दिवस तक बड़ा परिवर्तन लाने के लिए आने वाले समय में नगर निगम , हुडा और ईकोग्रीन की तरफ से जागरूकता अभियान भी चलाए जाएँगे । वहीं इंडियन ऑयल रिसर्च एंड डेवलेपमेंट सेंटर के डायरेक्टर डॉ रामकुमार ने इंडियन ऑयल की इस पहल में सहयोग के लिए हरियाणा सरकार का आभार व्यक्त किया ।इस मौके पर फरीदाबाद की मेयर सुमन बाला, डिप्टी मेयर मनमोहन गर्ग, इंडियन ऑयल के सलाहकार गंगाशंकर मिश्र, हुडा,ईकोग्रीन और एस्कॉन के प्रतिनिधि भी मौजूद रहे ।