गांव अगवानपुर के राजकीय विद्यालय में छात्रों ने मूलभूत सुविधाएं नही मिलने पर लगाया जाम।
CITYMIRR0RS-NEWS- jaibir chaudhary फरीदाबाद के तिगांव विधानसभा क्षेत्र में पड़ने वाले गांव अगवानपुर के राजकीय विद्यालय मैं छात्रों ने उस वक्त ताला लगा दिया तब उनकी मांगों को अनसुना किया जा रहा था I छात्रों का कहना था कि काफी लंबे समय से उनको मूलभूत सुविधाएं नहीं मिल पा रही हैं जैसे कि क्लास रूम में पंखों का ना होना ,बेंच का ना होना ,पीने के पानी की कमी ,शौचालय में नल की कमी ,लाइट ना होना ,टीचरों की कमी ,बरसात के मौसम की वजह से ग्राउंड में पानी भरा होना पानी की निकासी का कोई साधन नहीं I छात्रों ने बताया यह सारी समस्याएं काफी समय से चली आ रही थी उन्होंने बार-बार प्रिंसिपल मैडम को इस समस्या से अवगत कराया लेकिन समस्या ज्यों की त्यों बनी रही जब छात्रों ने यह सारी समस्याएं अपने परिवार वालों को बताएं तो परिवार के लोगों ने छात्रों के साथ मिलकर स्कूल में ताला जड़ दिया I
स्कूल में ताला जड़ जाने की खबर जैसे ही शिक्षा विभाग और प्रशासन को मिली तो शिक्षा विभाग के अधिकारी एवं प्रशासन हड़कंप मच गया और उन्होंने मौके पर पहुंचकर स्थिति को काबू में लिया I पुलिस प्रशासन ने मौके पर पहुंचकर बच्चों और पेरेंट्स को समझा कर ताला खुलवाया एवं शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने बच्चों की समस्याओं को सुना एवं बच्चों की मूलभूत समस्याओं को का समाधान करने का वादा किया I
अगवानपुर गांव में पहुंचे शिक्षा विभाग से पहुंची DEO मैडम ने पेरेंट्स एवं छात्रों को समझाते हुए कहा कि उनकी जितनी भी मूलभूत सुविधाएं और समस्याएं हैं उनका जल्द ही समाधान कर दिया जाएगा I मैडम ने कहा कि वह स्कूल प्रिंसिपल को साथ लेकर जा रहे हैं जब तक उनका ट्रांसफर नहीं हो जाता तो उसका उनकी जगह कोई और स्कूल की देखरेख करेगा I
हरियाणा में इस तरह के विवाद पहली बार नहीं है आए दिन ऐसी खबरें आती रहती हैं लेकिन सोचने वाली बात यह है कि फरीदाबाद एक स्मार्ट सिटी शहर है स्मार्ट सिटी शहर के विद्यालयों का यह हाल है तो आप इस बात से अंदाजा लगा सकते हैं कि ग्रामीण क्षेत्र के स्कूलों का क्या हाल होगा हरियाणा की सरकार बड़े बड़े वादे करती है बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ लेकिन उन बेटियों के लिए स्कूलों में कोई भी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध नहीं है क्या विद्यालयों में मूलभूत सुविधाओं की कमी है तो बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ नारा कितना सार्थक होगा यह सोचने की बात है I