रविवार रात मार्केटिंग मैनेजर पर चाकू से हमला, कान और गर्दन काटी।
CITYMIRR0RS-NEWS- ग्रेटर फरीदाबाद : रविवार देर रात ( 11.40 pm), जब भूपेंद्र वर्मा (43 yr) अपने काम से वापस लौट रहे थे, तो PURI 81 High Street के सामने उनपर एक 18 साल एक युवक ने जानलेवा हमला किया और पर्स, मोबाइल लूट लिया। युवक ने अपने स्कूटी में पेट्रोल मांगने के बहाने से भूपेंद्र को रोका और तकरीबन 5 मिनट बात में फसाने के बाद अचानक अपनी स्कूटी के अंदर से तेज़ धार वाली चाकू निकली और गर्दन पर वार किया। भूपेंद्र किस्मत वाले निकले और इसमे की कान कटी और गर्दन में ज्यादा गहरी चोट नहीं लगी।
हमला करने वाला तकरीबन 18 साल का युवक था. हुलिया बताते हुए भूपेंद्र बोलते हैं “मैं रात में कभी अनजान आदमी के लिए स्कूटी नहीं रोकता हूँ. लेकिन हुलिए से लड़का ठीक ठाक घर से लग रहा था. मुझे लगा की जरूरतमंद होगा। इसलिए मैंने अपनी स्कूटी रोकी। अक्सर गलत नियत वाले लोग अकेले नहीं होते, इसलिए मुझे इरादे पर शक नहीं हुआ”. वो बताते हैं “ लड़के ने मेरी स्कूटी में से अपनी स्कूटी के लिए पेट्रोल माँगा। मैं सोच ही रहा था की कैसे उसकी मदद की जाये, तबतक उसने चाकू से हमला कर दिया”. भूपेंद्र के अनुसार पर्स में करीब 1200 रुपये थे, 2 एटीएम कार्ड थे कुछ और ज़रूरी डॉक्यूमेंट थे जो हमलावर लूट गया .भूपेंद्र शिवालिक पेंट्स नाम की एक प्राइवेट कंपनी में मार्केटिंग का काम देखते हैं. भूपेंद्र बताते हैं “पिछले छह महीने से मैं रोज़ रात काम के बाद लौटता हूँ। कभी कभी तो 2-3 am भी बज जाता है, क्योंकि मेरा मार्केटिंग में फील्ड जॉब हैं”. लेकिन कल से पहले कभी ऐसी वारदात नहीं हुई. “ कल रात कोई स्ट्रीट लाइट नहीं जल रही थी, और घटना के बाद जब मैं पास ही BPTP पूल पर गया तो अक्सर पायी जाने वाली पुलिस जिप्सी भी नहीं दिखी”. कटे कान से खून निकल रहा था, लेकिन जैसे तैसे वो पार्क इलीट फ्लोर (L ब्लॉक, सेक्टर 84) में अपने घर के लिए स्कूटी चलाते हुए घर आने लगे. घर के नज़दीक एक पुलिस वैन मिली जिसने उन्हें नज़दीक के अंजुली नर्सिंग होम में मरहम इलाज करवाया ।ग्रेटर फरीदाबाद में आये दिन लूटपाट और चोरी की घटना हो रही है. विवेक गुप्ता, प्रेजिडेंट RWA L ब्लॉक, सेक्टर 84 बताते हैं “ ग्रेटर फरीदाबाद मैं कई ऐसे स्पॉट्स हैं जहाँ लाइट नहीं जलती और बहुत unsafe हैं. घटना भी ऐसी जगह पर हुई. पुलिस व्यवस्था भी आबादी के हिसाब ने बहुत ही कम है. यहाँ बसे लोगों से विकास के नाम पर हज़ारो करोड़ लिए गए, लेकिन हमें कोई सुविधा नहीं मिली”