आशा ज्योति विद्यापीठ में शिक्षक दिवस मनाया गया
Citymirrors-news-साहूपुरा में सैक्टर 65 के निकट आशा ज्योति विद्यापीठ शिक्षक दिवस बडे हर्षोल्लस के साथ मनाया गया। प्रातः काल में बच्चों की सभा का आयोजन हुआ जिसमें बच्चों ने कविता पाठ, पहेलियाँ, रामायण की चैपाईयाँ, शिक्षाप्रद दोहे व भारत के प्रथम उपराष्ट्रपति श्री डाँ◦सर्व पल्ली राधाकृष्णन का जीवनपरिचय पर व उनके योगदान पर बोले। जिन्हें देखकर दर्शक आनन्दित हुए।विद्यालय के चेयरमेन सत्यवीर डागर ने शिक्षक दिवस की शुभकामना देते हुए कहा-माता बच्चे की निर्माता होती है। तो अध्यापक राष्ट्र् का निर्माता होता है। इस लिए गुरू को भगवान से भी बडा माना गया है।विद्यालय की प्रधानाचार्या विधु ग्रोवर ने इन पंक्तियों को सुनाते हुए कहा-सारी पृथ्वी को कागज बनाउ, वनराज बनाउ कलम। सागर को बनांउ स्याई,फिर भी गुरू की महिमा लिखी न जाई।। तमसो मा ज्योतिर्गमय् अर्थात् अध्यापक अज्ञान रूपी अन्धकार से निकाल कर ज्ञान रूपी प्रकाश की ओर ले जायेगा।उन्होंने यह भी बताया कि अध्यापक उस जलती हुइ मोमबत्ती के समान होता है। जो स्वयं जलकर सैकडों नहीं लाखों मोमबत्तियों को जलाते हैं। अध्यापक सैकडों नहीं लाखों डाँक्टर बना सकता है। इस अवसर पर प्रधानाचार्या ने विज्ञान अध्यापिका रेणु रावत जी को श्रेष्ठ अध्यापिका का आॅवार्ड दे कर सम्मानित किया।प्रधानाचार्या जी ने कहा कि हमारा उद्देश्य है कि पुस्तकीय ज्ञान के अलावा हमें नैतिक मूल्यों का भी ध्यान रखना चाहिए। माता-पिता एवं गुरू जनों का आदर करना चाहिए। विद्यालय की ओर से शिक्षक दिवस पर सभी अध्यापकगण किंग्डम आॅफ ड्रिमस ( गुरूग्राम ) जा रहे हैं।