HIV एड्स से बचना है तो ए.बी.सी. (A B C) के सिद्धान्त को अपनाना जरुरी
जज्बा फाउंडेशन के सहयोग से आज विश्व एड्स दिवस के अवसर पर शहर के अलग अलग स्थानों (नेहरू ग्राउंड स्टील मार्किट, टाटा स्टील, बाई पास रॉड, एवम झुगी बस्ती) पर जाकर ट्रक ड्राइवर्स, झुगी बस्ती में रहने वाले लोग, लेबर्स, सेक्युरिटी गार्ड्स अदि को H I V Aids से समन्धित विस्तृत जानकारी उपलब्ध करवाई गई।
इस अवसर पर जज्बा फाउंडेशन जिला अध्यक्ष राहुल ने जानकारी देते हुए बताया की विश्व एड्स दिवस 1 दिसंबर को दुनिया भर में मनाया जाता है, यह दिन एक्वायर्ड इम्यून डेफिसिएंसी सिंड्रोम (एड्स) के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए है, जो ह्यूमन इम्यूनो डेफिशिएंसी वायरस (एचआईवी) के कारण होता है, एचआईवी के कारण एड्स होता है जब इसे अनुपचारित छोड़ दिया जाता है एड्स एक ऐसी स्थिति है जो संक्रमण से लड़ने की शरीर की क्षमता में हस्तक्षेप करती है. मानव शरीर एचआईवी से छुटकारा नहीं पा सकता है और कोई प्रभावी इलाज नहीं है. पिछले चार दशकों में एचआईवी / एड्स से लाखों लोग अपनी जान गंवा चुके हैं. इस लिया इस बीमारी से बचने के लिया जागरूकता एवं सुरक्षा जरुरी है। जागरूकता कार्यक्रम के अंतर्गत पिछले वर्ष से लेकर लगभग 15000 श्रमिकों, मजदूरों को जागरूक करने का कार्य जज्बा फाउंडेशन द्वारा किया गया हैं व इसी तरह इसी तरह आगे भी जारी रहेगा।
इस अवसर पर जज्बा फाउंडेशन के चैयरमेन हिमांशु भट्ट ने लोगों को जागरूक करते हुए बताया कि सुरक्षा तो जीवन के हर कदम पर जरुरी है, प्यार के क्षणों में भी इस लिए हमें अपने जीवन में इस बीमारी से बचने के लिए ए.बी.सी. (A B C ) सिद्धान्त को अपनाना चाहिए।
ए(Abstinence)- संयम रखना या विवाह पूर्व यौन संबंध न बनाना।
बी(Be Faithful)- वफादार रहना ( अपने जीवन साथी के अलावा किसी और के साथ यौन संबंध न बनाना)।
सी(Condom)- (यदि ऊपर की दोनों बातों पर अम्ल न कर पाये तो हर यौन संभंध के दौरान कंडोम का इस्तेमाल करें)। क्योंकि ये ही वह जिंदागी के सिद्धान्त है जिनका पालन कर हम इस बीमारी से बच्च सकते है।