वीरांगना महारानी अवंतीबाई लोधी के बलिदान को कोई कैसे भुल सकता है।प्रदीप राणा
CITYMIRRORS-NEWS-अमर शहीद वीरांगना महारानी अवंतीबाई लोधी चौक पर लोधी राजपूत जन कल्याण समिति रजि फरीदाबाद द्वारा बलिदान दिवस समारोह आयोजित किया गया। जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में विधायक नगेन्द्र भडाना, समाजसेवी प्रदीप राणा एवं उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों ने पुष्प अर्पित कर श्रृद्धाजंलि दी और दीप प्रज्जवलन कर कार्यक्रम की शुरूआत की।कार्यक्रम की अध्यक्षता अमरजीत रन्धावा ने की व मंच संचालन उमेश कुण्डु द्वारा किया गया। इस अवसर पर अपने संबोधन में प्रदीप राणा ने शहीद की जीवनी पर प्रकाश डालते हुए कहा कि मई 1857 में राजा के स्वर्गवास के बाद सारी राज्य की बागडौर रानी के हाथो में थी। जगह जगह स्वतंत्रता की आग फैल चुकी थी रानी ने अंग्रेजो से एकजुट होकर संग्राम करने के लिए क्रांति का संदेश जमीदारो, मालगुजारो, मुखियो को निम्र प्रकार पत्र भेजे। कागज का टुकड़ा और सादा कांच की चूड़ी भिजवाई देश की रक्षा करो या चूडी पहनकर घर में बैठो। तुम्हे धर्म ईमान की सौगन्ध है। रानी ने अपने राज्य से अंग्रेज अधिकारियों को भगा दिया। जिसका उल्लेख लिखी गई कई उपन्यास, में है। प्रदीप राणा ने कहा कि वीरांगना महारानी अवंतीबाई लोधी काफी आक्रमक बहादुर महिला थी ।अंग्रेजों का साथ 18 दिनो तक छापामार युद्ध चला। अंत में रानी के बाये हाथ में गोली लगी समस्त सेना धीरे लड़ते हुए शहीद हो चली थी। रानी ने अन्त में स्वयं की कटार से आत्म बलिदान कर देश पर शहीद हो गयी। उनके इस बलिदान को कोई कैसे भुल सकता है। इस अवसर पर लाखन सिंह लोधी, रूप सिंह लोधी, अनार सिंह लोधी, नरेन्द्र लोधी, ओमप्रकाश, पूर्ण सिंह लोधी, ओमकार सिंह लोधी, महीपाल लोधी, मुकेश लोधी, अ.भा. हिन्द महासभा से भुवनेशवर शर्मा, जगविजय वर्मा, डौली चौधरी, अम्बिका शर्मा, देव मानव ट्रस्ट के राष्ट्रीय अध्यक्ष संगीता रावत, संतोष शर्मा, बिजेन्द्र गोला, गिर्राज लोहिया, लच्छू भैया, प्रदीप राणा, सुरेश माथुर, सैन समाज, पूजा यादव,सुरेश चौहान, सुरेन्द्र दत्त शर्मा, यशोदा रावत, अलका आर्या, सीतराम, धर्मपाल लोधी, अर्जुन सिंह, लेखराज, महेन्द्र लोधी, विजयपाल सिंह लोधी आदि मौजूद रहे।