आईएमए के सभी डॉक्टरों का गुस्सा आसमान पर, 24 घंटे अपना कामकाज रखा बंद।
Citymirrors.in-नेशनल आईएमए के आवाहन पर फरीदाबाद आईएमए के सभी डॉक्टरों ने 24 घंटे अपना कामकाज बंद रखते हुए बी.के.चौक पर प्रात: 1० बजे से दोपहर 2 बजे तक धरना दिया एवं बी.के. चौक से नीलम चौक तक रैली निकाली। इस रैली का नेतृत्व आईएमए की अध्यक्ष डा. पुनीता हसीजा द्वारा किया गया।
इस मौके पर डा. पुनीता हसीजा ने कहा कि डाक्टर को भगवान का रूप माना जाता है परंतु कुछ असमाजिक तत्वों द्वारा डाक्टरों पर अनगर्ल आरोप प्रत्यारोप लगाकर उनके साथ बदसलूकी आदि की जाती है। उन्होंने कहा कि पिछले दिनों 1० जून को बंगाल में जूनियर डॉक्टर की 2०० लोगों ने निर्ममता से पिटाई कर दी थी । इस तरह के हादसे पिछले काफी समय से लगातार होते आ रहे हैं ।
डा. हसीजा ने बताया कि इसी के विरोध में हमने आज यह रैली एवं धरना दिया है और इस दिन केवल इमरजेन्सी सेवाएं चालू रही उन्होने बतायाकि बडे कारपोरेट अस्पताल, क्लीनिक, लैब,नर्सिग होम्स ने भी हमारा इस कार्य में सहयोग दिया जिसका हम आभार जताते है। इस अवसर पर प्रधान डा.पुनीता हसीजा, डा. शिप्रा गुप्ता सचिव, डा.संदीप मल्होत्रा, डा.सुरेश अरोडा ने कहा कि डाक्टरों को सुरक्षा मुहैया कराना आवश्यक है क्योकि जब मरीज सही होता है तो मरीज के परिजन खुश होते है और मरीज को कुछ हो जाता है तो उसका सारा श्रेय वह डाक्टर को देते है। उन्होने कहा कि कौन सा डाक्टर चाहता है कि उसके हाथो मरीज की मौत हो जाये वह अन्तिम दम तक मरीज को बचाने का प्रयास करता है। इसीलिए सरकार को डाक्टरो की इस समस्या से निपटने के लिए कुछ ठोस कदम उठाने चाहिए ताकि डाक्टर सुरक्षित रह सके।उन्होने कहा कि हम चाहते है कि इसके लिए एक सख्त सेन्ट्रल कानून बनाया जाए । हमारे पिछले कई विरोध प्रदर्शनों के बावजूद भी अभी तक कोई कानून नहीं बनाया गया है । डा. हसीजा ने बताया कि इस कार्य को सफल बनाने में मेडिकल स्टूडेंस, हरियाणा डाक्टर्स, डेंटल एसेसिएशन, नीमा, आयुष, बीएमएस के डाक्टरो ने भी पूरा सहयोग दिया