CITYMIRRORS-NEWS-देश विदेश में माइक्रो, स्मॉल एवं मीडियम इंटरप्राइजेज की बेहतरी के लिए काम करने वाले उद् योग संगठनआई एम एसएमई ऑफ इंडिया ने उद्योग प्रबंधकों को नए दिवालिया कानून पर जागरुक किया।संस्था ने हेबिटेट सेंटर पर आयो जित एक वर्कशॉप में विशेषज्ञों के जरिए उद्योग प्रबंधकों को बताया कि वहदिवालिया हो चुकी कंपनी से भी बकाया कैसे वसूला जा सकता है। विशेषज्ञों ने बताया कि जब कोई कंपनीदिवालिया होती है तो यह मान लिया जाता है कि अब उस पर बकाया राशि हमें मिलने वाला नहीं है। जबकियह पूरा सच नहीं है। दिवालिया घोषित कंपनी से भी बकाया वापिस लिया जा सकता है। इसी प्रकार किसीकंपनी को बंद करने का सही तरीका भी उद्योग प्रबंधकों को समझाया गया।इस अवसर पर आई एम एसएमई ऑफ इंडिया के चेयरमैन एवं इनोवेटिव उद्योग प्रबंधक राजीव चावला नेबताया कि जानकारी न होने पर नया दिवालिया कानून दोधारी तलवार जैसा है। यह जानकारी होने परलाभदायक और जानकारी न होने पर नुकसान दायक है। इसलिए इसकी जानकारी लेकर इसका सदुपयोगउद्योग प्रबंधकों को करना चाहिए। इस मौके पर शहर के जाने माने उद्योग प्रबंधकों एवं उद्योग संगठनों केप्रतिनिधियों, चार्टर्ड अकाउंटेंट्स, प्रोफेशनल्स ने भी भागीदारी कर जानकारी प्राप्त की। इनमें फरीदाबादचैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के प्रधान एच के बत्रा, फरीदाबाद आईएमटी इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के एमएलशर्मा एवं सुभाष चंद्र, डीएलएफ इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के प्रधान जेपी मल्होत्रा आदि शामिल रहे।