पानी की भारी किल्लत को देखते हुए एेसे प्लांट का लगना बहुत जरुरी है। मनमोहन गर्ग
citymirrors-news-शहर के सीवर का पानी अब पीने योग्य बनाया जा सकेगा। इसकी शुरूआत सबसे पहले पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर सेक्टर 15 से शुरू हो रहा है। बुधवार को सीवर के पानी को ट्रीट करके पीने योग्य बनाने के लिए प्राइवेट कंपनी ने साइट दौरा किया। डिप्टी मेयर मनमोहन गर्ग ने कंपनी के प्रतिनिधियों को सेक्टर 15 स्थित सेंट्रल पार्क की जगह दिखाई जहां पर प्लांट लगाया जाएगा। अगले हफ्ते से प्लांट को लगाने का काम प्राइवेट कंपनी शुरू कर देगी।नगर निगम डिप्टी मेयर मनमोहन गर्ग ने बताया कि शहर के सीवर का पानी सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट में जाता है। हर रोज पूरे शहर से 100 एमएलडी के करीब सीवर का पानी जनरेट होता है। पिछले दिनों एक प्राइवेट कंपनी के प्रतिनिधियों ने प्रेजेंटेशन दिया और बताया कि वह इंडो कैनेडियन तकनीक के माध्यम से ऐसा प्लांट लगाएंगी जिससे सीवर का गंदा पानी भी पीने योग्य हो जाएगा। मनमोहन गर्ग ने बताया कि अगर सीवर के पानी को इस्तेमाल में लाया जाए तो ये काफी अच्छी बात होगी क्योंकि शहर में पानी की भारी किल्लत है। वैसे शुरूआत में कंपनी जो पानी ट्रीट करेगी उसे पार्कों में सिंचाई के काम में लाया जाएगा। अगर ये पायलट प्रोजेक्ट कामयाब हुआ तो इसे शहर के अलग अलग हिस्से में लगाया जाएगा। उन्होंने कहा कि सबसे पहले कंपनी सेक्टर 15 स्थित सेंट्रल पार्क में इस प्लांट को लगाएगी। जिसमें हर रोज 10 हजार लीटर सीवर के पानी को ट्रीट करने का काम किया जाएगा। कंपनी डैमो के रूप में मशीन लगा करके देगी। जिसका काम अगले हफ्ते से शुरू कर दिया जाएगा। बुधवार को कंपनी के प्रतिनिधियों ने सेक्टर 15 स्थित सेंट्रल पार्क का दौरा किया। ताकि काम शुरू किया जा सके