सब्जी बचने वाले निकले बैंककर्मी कमल कुमार के हत्यारे।
CITYMIRRORS-NEWS-सेक्टर-21बी निवासी बैंककर्मी कमल कुमार की हत्या की गुत्थी सुलझाने के लिए क्राइम ब्रांच की टीमों ने तकनीक व आधुनिक तरीकों का प्रयोग कर आरोपियों तक पहुंचने की कोशिश की लेकिन वे इन तरीके से फेल हो गए। पुलिस के लिए इस मामले को हल करना आसान नहीं था। आखिर में क्राइम ब्रांच प्रभारी विमल कुमार ने पुलिस के पारंपरिक तरीके को -आजमाया और यह तरीका कारगर साबित हुआ और आरोपी पकड़ गए। सेक्टर-21 सी स्थित पुलिस कमिश्नर ऑफिस में आयोजित पत्रकार वार्ता के दौरान पुलिस कमिश्नर डाॅ हनीफ कुरेशी ने कही । इंस्पेक्टर विमल कुमार ने बताया मौके पर मुआयना करने के बाद हत्या का मकसद लगभग पता चल गया था कि लूट के इरादे से हत्या हुई है। आरोपियों को पकड़ने के लिए आधुनिक तरीकों से शुरुआत की गई। आस पास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली गई। कमल की कॉल डिटेल्स निकवाई गईं। उनका फेसबुक व ईमेल अकाउंट की जांच की गई। लेकिन कोई सफलता नहीं मिल सकी। तब उन्होंने पुलिस के पारंपरिक तरीके पर काम करते हुए आदतन अपराधियों का रिकॉर्ड खंगाला। उनमें से लूट या झपटमारी करने वाले करीब 100 अपराधी छांटे गए। इन 100 में से भी यह देखा किया कि कौन जेल में है। कौन जेल से कब छूटा है। इन अपराधियों से एक-एक कर पूछताछ की गई। अंत में डबुआ कॉलोनी निवासी राहुल और एसजीएम नगर निवासी अमर पर पुलिस की जांच केंद्रित हो गई और उन्हें हिरासत में लेकर पूछताछ की गई। दोनों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया। मामले में ऑटो चालक भी पुलिस के रडार पर थे। दरअसल पुलिस को पता चल गया था कि उस रात कमल कुमार सेहतपुर क्षेत्र में एक व्यक्ति का बैंक खाता खोलने गए थे। वहां से वापस लौटते हुए उन्होंने ऑटो लिया था। इससे पुलिस को शक था कि किसी ऑटो चालक ने अकेला पाकर कमल को निशाना न बना लिया हो। पुलिस ने करीब 50 ऑटो चालकों से भी इस मामले में पूछताछ की थी। इस मौके पर पुलिस आयुक्त डॉ. हनीफ कुरैशी ने बताया कि आदतन अपराधियों पर नजर रखने के लिए अलग से एक शाखा का गठन किया है। इस शाखा के पास हर क्षेत्र के आदतन अपराधियों का रिकॉर्ड मौजूद है। इस मामले में इस शाखा की मदद ली गई। वैसे अपराध सुलझाने के इस पारंपरिक तरीके को अपनाने के लिए बेहद धैर्य की आवश्यकता होती है। यह हर जगह कामयाब भी नहीं होता। गौरतलब है कि सेक्टर-21बी निवासी बैंककर्मी कमल कुमार की 4 मई की रात सेक्टर-21ए पुलिस चौकी के पास हत्या हो गई थी । जब वह अपने ऑफिस का काम खत्म कर घर वापस लौंट रहे थे। कमल की हत्या की गुत्थी सुलझाते हुए पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों की पहचान डबुआ कॉलोनी सब्जी मंडी निवासी राहुल, एसजीएम नगर निवासी अमर और एनआइटी-2 निवासी रोहित के रूप में हुई है। उस रात राहुल और अमर ने कमल से पर्स और मोबाइल लूटने की कोशिश की थी। विरोध करने पर अमर ने कमल को डराने के लिए चाकू से उनकी जांघ पर वार कर दिया था। चाकू उनकी रक्त की मुख्य नस पर लग गया। अधिक रक्त बह जाने से उनकी मौत हो गई थी। एनआइटी-2 निवासी रोहित ने दोनों आरोपियों की सबूत मिटाने में मदद की थी। ऐसे में पुलिस ने उसे भी आरोपी बनाया है। रोहित डबुआ कॉलोनी में सब्जी की दुकान लगाता है। दोनों आरोपी उसके पास काम करते हैं। राहुल और अमर को हत्या व दुष्कर्म मामले में जिला अदालत से सजा हो चुकी है। इस समय दोनों हाईकोर्ट से जमानत पर बाहर हैं।