इंडियास बिजनेस कॉन्क्लेव में हिस्सा लेने पहुंचे शिक्षाविद डॉ महेंद्र सिंह वशिष्ठ को मिला प्रिंसिपल ऑफ दी इयर का अवॉर्ड।
Citymirrors.in-फरीदाबाद शिक्षा के क्षेत्र में नवाचार व बदलाव की आवश्यकता पर चर्चा करने के लिए लखनऊ में इंडियास बिजनेस कॉन्क्लेव का आयोजन किया गया। जिसमे मुख्यातिथि के रूप में पहुँचे सीबीएसी के पूर्व चेयरमैन अशोक गांगुली, प्रदेश के कैबिनेट मिनिस्ट ब्रजेश पाठक नेे प्रिंसिपल ऑफ दी इयर का अवार्ड हरियाणा फरीदाबाद आनंगपुर स्थित संत ब्रिज मोहन लाल सीनियर सेकेंडरी स्कूल के प्रिंसिपल डॉ महेंद्र सिंह वशिष्ठ को देकर सम्मानित किया।वही इस दौरान वर्तमान परिप्रेक्ष्य में इस व्यापार के अवसरों व चुनौतियों पर चर्चा की गई। आयोजन के दौरान दिन भर में दो पैनल डिस्कशन हुए। प्रत्येक पैनल डिस्कशन में 6 पैनेलिस्ट शामिल थे। देश भर से आए पैनेलिस्ट फरीदाबाद स्थित बृजमोहन सीनियर सेकेंडरी स्कूल के प्रिंसिपल डॉ एमएस वशिष्ठ भी मौजूद थे। हरियाणा से इस कॉन्क्लेव में हिस्सा लेने डॉ एमएस वशिष्ठ अकेले पैनेलिस्ट थे। यह फरीदाबाद के लिए गर्व की बात है कि देश के इतने बड़े बिजनेस कॉन्क्लेव में डॉ एमएस वशिष्ठ को बोलने का मौका मिला। काॅन्क्लेव में उनके द्वारा रखी गई बातों की सभी ने सराहना की। साथ ही उन्हें मंच से सम्मानित भी किया गया। इस सम्मान प्राप्ति पर शहर के शिक्षाविदों ने डॉ एमएस वशिष्ठ को बधाई दी। कॉन्क्लेव में शिक्षा, बच्चों व शिक्षकों को लेकर वक्ताओं ने अपने विचार रखे। अपने संबोधन में डॉ एमएस वशिष्ठ ने कहा कि आज के समय में माता -पिता अपने बच्चों के प्रति अपनी जिम्मेवारियों से दूर भाग रहे हैं। कुल माता – पिता बस स्कूल की फीस भरने के बाद अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ लेते हैं। वे सोचते हैं कि छात्रों की देखभाल करने का दायित्व केवल
शिक्षकों के पास है। जबकि आज कोई भी शिक्षक माता – पिता के डर से स्कूल में बच्चों को डांट भी नहीं सकता। डॉ एमएस वशिष्ठ ने बताया कि कार्यक्रम के दौरान पैनल में शामिल वक्ताओं ने बहुत से महत्वूपर्व मुद्दे रखे। इस दौरान अच्छे शिक्षक बनाने, इनोवेशन के महत्व, शिक्षा मानकों में सुधार आदि मुद्दों पर अपने वक्तव्य वक्ताओं ने रखे। एमएस वशिष्ठ के अनुसार वक्ताओं ने कहा कि हम में से कोई भी व्यक्ति अपने बच्चों को शिक्षक बनने के लिए प्रोत्साहित नहीं करता। जिस तरह से हम उद्यमियों को बनाने की कोशिक करते हैं, शिक्षा में सुधार करने के लिए उसी तरह शिक्षकों को बनाने
की कोशिक करने की जरूरत है। एमएस वशिष्ठ ने बताया कि इतने बड़े स्तर के आयोजित में हिस्सा लेकर काफी अच्छा अनुभव रहा। वहां पर अलग – अलगक्षेत्रों से आए शिक्षाविदों से बात करने व अपने विचारों को सांझा करने का मौका मिला। साथ ही मंच से सम्मान भी दिया गया। कार्यक्रम कें मौजूद पैने प्रीतम अग्रवाल, शैलेश गुप्ता, मुजीब – उर – रहमान, अरविंद वोरुगांथी, नीरज खत्री, आशीष सिंह, भुषण कुमार, शालिनी, मनीष नायडू शामिल
थे। इसके अलावा सीबीएसी के पूर्व चेयरमैन अशोक गांगुली, प्रदेश के कैबिनेट मिनिस्ट ब्रजेश पाठक, नवाब जाफरमीर अबदुल्ला, सुनील प्रधान, अमित जैन, मोनिका जैन आदि लोग मौजूद थे।