नाबार्ड के मुख्य महाप्रबंधक श्री अरुण कुमार शुक्ला ने 10फरवरी 2019 को 33वें सूरजकुंड अंतर्राष्ट्रीय शिल्प मेले का दौरा किया
Citymirrors.in-नाबार्ड, हरियाणा क्षेत्रीय कार्यालय के मुख्य महाप्रबंधक श्अरुण कुमार शुक्ला ने 9 फरवरी 2019 को सूरजकुंड मेले में स्टालों का दौरा किया। उनके साथ नाबार्ड, हरियाणा क्षेत्रीय कार्यालय के उप महाप्रबंधक श्री पी एल नेगी और नाबार्ड के सहायक महाप्रबंधक सुबोध कुमार एवं सर्व हरियाणा ग्रामीण बैंक के प्रबंधक सुरेन्द्र जग्गा व राम कुमार मल्होत्रा भी मौजूद थे।
मुख्य महाप्रबंधक श्री अरुण कुमार शुक्ला ने बताया कि ग्रामीण शिल्प और दस्तकारी को बढ़ावा देने के उद्देश्य से नाबार्ड ने 33वें सूरजकुंड अंतर्राष्ट्रीय शिल्प मेले में 50 स्टॉल प्रायोजित किए हैं, ताकि देश के ग्रामीण कारीगरों और दस्तकारों को अंतर्राष्ट्रीय स्तर का यह मंच सुलभ हो सके। उन्होने कहा कि देश भर के ग्रामीण कारीगरों को विपणन (मार्केटिंग) का अवसर मुहैया कराने के प्रयोजन से नाबार्ड पिछले नौ सालों से सूरजकुंड मेले में भाग ले रहा है, जिसके तहत नाबार्ड स्टॉलों को प्रायोजित करने के अलावा, कारीगरों के आने-जाने और ठहरने का मुकम्मल इंतजाम भी करता है।
गौरतलब है कि नाबार्ड के हरियाणा क्षेत्रीय कार्यालय की यह एक अनूठी पहल है, जिसके जरिये अंतर्राष्ट्रीय ख्याति के इस मेले में देश के ग्रामीण शिल्पकारों और स्वयं सहायता समूहों के सदस्यों, विशेषकर महिला कारीगरों की पहुँच सुलभ कराई जाती है। 33वें सूरजकुंड मेले के नाबार्ड गलियारे में 25 राज्यों के 115 ग्रामीण कारीगर और शिल्पकार शिरकत कर रहे हैं। इनमें से कुछ शिल्पकार राष्ट्रीय और राज्य स्तर पर सम्मानित भी हो चुके हैं। नाबार्ड द्वारा प्रायोजित 50 स्टॉलों में स्तरीय शिल्प-सामग्री तथा आकर्षक और अनूठी कला-वस्तुएं मेला-प्रेमियों के दिलों में ख़ासी जगह बना चुकी हैं। इन स्टॉलों में हैंडलूम, लकड़ी की पेंटिंग, लकड़ी के खिलौने, भदोई की कालीनें, बकरी के दूध से बने साबुन, पीतल और तांबे के सामान, पंजाबी जूतियाँ, ऊन और पशमीना के गरम परिधान, चूड़ियाँ, सिल्क साड़ियाँ और वस्त्र-सामग्री, टेराकोटा, कढ़ाईदार परिधान, केन और बांस के उत्पाद, एप्लीक, फुलकारी, आर्टिफ़िशियल ज्वेलरी, जूट बैग और जूट के उपयोगी उत्पाद तथा विभिन्न सजावटी सामान सबका मन लुभा रहे हैं।