फरीदाबाद की खातिर क्यो एक बाबा आमरण अनशन पर बैठने को है तैयार
फरीदाबाद के लोगो की भलाई के लिये पहले भी आमरण अनशन पर बैठ चुका है बाबा Citymirror-news- महाभ्रष्टाचार को रोकने और पूर्व में हुए घोटालों की जांच की मांग को लेकर सर्वोच्च न्यायालय के वरिष्ठ अधिवक्ता डा. ब्रहमदत्त पदमश्री और निगम अधिकारी रतन लाल रोहिल्ला के साथ पिछले 37 दिनों से निगम मुख्यालय पर सत्याग्रह कर रहे अनशनकारी बाबा रामकेवल ने भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन के प्रति हरियाणा सरकार, निगम सदन व नगर निगम प्रशासन की संवेदनहीनता और उन्हें, पदमश्री डा. ब्रहमदत्त व सत्याग्रह का समर्थन कर रहे शहर के अन्य गणमान्य व्यक्तियों के बारे में नगर निगम प्रशासन की ओर से अतिरिक्त आयुक्त पार्थ गुप्ता के द्वारा की गई अपमानजनक टिप्पणी से व्यथित होकर आगामी 25 जून से सत्याग्रह स्थल पर ही आमरण अनशन शुरू करने का एलान कर दिया है।उन्होंने कहा कि निगम प्रशासन का बयान झूठ के पुलिंदे के इलावा कुछ नहीं है। उन्होंने कहा कि पूरा शहर चीख मार-मार कर कह रहा है कि भष्टाचार के कारण नगर निगम प्रशासन की एक भी व्यवस्था ठीक नहीं है तो ऐसे में प्रशासन में बैठे अधिकारियों के विरूद्ध सत्याग्रह करेंगे या ऐसे अधिकारियों की पूजा करेंगे – यह हरियाणा सरकार को और पार्थ गुप्ता को बता देना चाहिये। सत्याग्रही हजारों-हजार करोड़ रूपये के प्रमाण दे रहे हैं, निगम प्रशासन भी प्रमाण दे कि उसने भ्रष्टाचार के आरोपों में कितने लोगों के विरूद्ध कार्यवाही की है। उन्होंने अतिरिक्त आयुक्त को सलाह दी है कि तथ्यों की जानकारी के बिना वे आगे से ऐसा कोई बयान न दे क्योंकि उनके इन ब्यानों से भ्रष्टाचारियों का मनोबल बढ़ता है।उन्होंने निगम प्रशासन के द्वारा लगाए गए इस आरोप का कड़ा प्रतिवाद किया है कि मंच के द्वारा उठाए जा रहे मुद्दे पुराने हैं। उन्होंने कहा कि सीमेंट की सड़कों का घोटाला, आई.टी. स्केम घोटाला, औपचारिकताओं को पूरा किये बिना निग्मायुक्त कार्यालय का नवीनीकरण, फर्नीचर घोटाला, कम्पयूटर परचेज घोटाला, कैटल पाउंड की लीज पर दी गई जमीन का घोटाला, डीजल चोरी घोटाला, निगम क्षेत्र में हो रहे अवैध निर्माण व अवैध कब्जे, आउटसोर्सिंग कर्मियों के ई.पी.एफ. जमा न करने से सम्बन्धित घोटाले, टी.पी. स्कीम 4 से सम्बन्धित 1000 करोड़ रूपये के घोटाला, आउटसोर्सिंग भर्ती घोटाला, स्मार्ट सिटी परियोजना में हुई फिजूल खर्चे, टैंडर के बिना करोड़ों रूपये के करवाए जा कार्यों के घोटाले आदि सभी घोटाले ऐसे हैं जो बिल्कुल ताजे घोटालें हैं। बाबा रामकेवल ने आज यहां बताया कि समाज सेवा के लिए हरियाणा प्रदेश के अब तक के इकलौते पदमश्री अवार्डी 86 वर्ष की उम्र पार कर चुके सर्वोच्च न्यायालय के वरिष्ठ अधिवक्ता वयोवृद्ध डा. ब्रहमदत्त जी और एक सन्यासी के बारे में बाहरी शब्द का इस्तेमाल करने वाले अधिकारी के बारे में क्या कहा जाए – यह समझ से परे हैं।